नई दिल्ली। यूपी के शामली में सोमवार देर रात हुए एक एनकाउंटर में घायल यूपी एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार की मौत हो गई है। उन्हें पेट में 3 गोलियां लगी थीं। इस एनकाउंटर में 4 बदमाश मारे गए थे। उनकी शहादत ने पूरे पुलिस विभाग को गमगीन कर दिया है।
तीन गोलियां लगी थी सुनील को
उन्हें करनाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे। सुनील कुमार के पेट में तीन गोलियां लगी थीं, जिनमें से एक गोली उनके लीवर को पार कर पीठ में अटक गई थी। डॉक्टरों को ऑपरेशन के दौरान उनका गाल ब्लैडर निकालना पड़ा और बड़ी आंत का कुछ हिस्सा भी हटाना पड़ा। उनकी हालत अत्यंत गंभीर थी, जिसके चलते उन्हें बचाया नहीं जा सका।
मिला था ऑउट ऑफ टर्न प्रमोशन
इंस्पेक्टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।
कग्गा गैंग के थे बदमाश
मारे जाने वालों की पहचान अरशद, मंजीत, सतीश के रूप में हुई। एक अज्ञात था। अरशद एक लाख का इनामी बदमाश था। चश्मदीदों का कहना था कि ये लोग एक कार में सवार होकर हरियाणा की तरफ से आ रहे थे और सहारनपुर जा रहे थे। ये बदमाश कुख्यात कग्गा गैंग के सदस्य थे। एक समय में कग्गा गैंग का इतना आतंक था कि रात में थानों में ताले लटक जाते थे।