देहरादून। उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों और लगातार आपदाओं के बढ़ रहे स्वरूप को देखते हुए चारधाम यात्रा 2023 से पहले सरकार मॉनिटरिंग कर रही है। चारधाम यात्रा की तैयारियों से पूर्व राज्य सरकार अलर्ट मोड़ पर आ गई है। मॉक ड्रिल के तहत की जा रही तैयारियों के बीच आज कई जनपदों में औचक मॉक ड्रिल की गई। उत्तरकाशी के बड़कोट में बादल फट गया तो वहीं हरिद्वार में गंगा में बाढ़ आने से 12 श्रद्धालु लापता हो गए। बचाव दल मौके पर हैं। वहीं दूसरी तरफ सीएम धामी हालात का जायजा लेने कंट्रोल रूम पहुंचे हैं।

आपदा प्रबंधन कार्यालय में कंट्रोल रूम पर दूरभाष पर प्राप्त सूचना के अनुसार महाराणा प्रताप स्टेडियम के समीप ओआईसिस स्कूल के पास नदी पर बाढ़ आने से तटीय क्षेत्र में स्कूली बच्चो के फँसे होने की सूचना है, जिस पर जिलाधिकारी/ रिस्पांस ऑफिसर सोनिका ने आईआरएस को सक्रिय करते हुए, आईआरएस से जुड़े सभी अधिकारियों को तत्काल अपने अपने अपने क्षेत्र में पहुंचने के निर्देश दिए।
उधर आपदा परिचालन केंद्र पर प्राप्त सूचना के अनुसार ऋषिकेश बस स्टेशन पर भगदड़ मचने की सूचना प्राप्त हुई, इंसीडेंट कमांडर उपजिलाधिकारी ऋषिकेश ने स्थिति संभालने हेतु सम्बंधित थाना, चौकी की फोर्स को तत्काल मौके पर पहुंचने हेतु सूचित कर दिया गया है। ऋषिकेश में बस स्टैंड में मची भगदड़ में लगभग 7 से 8 हजार लोग मौजूद थे। 5 लोगों के घायल होने की खबर है जिनमें 3 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया है तथा 2 गंभीर घायलों को एम्स रेफर कर दिया गया।
वहीं पौड़ी में कंट्रोल रूम को सूचना प्राप्त हुई है कि डूंगरीपथ में आए भूकंप से तीन मकान डैमेज हो गए हैं तथा उसमें 7 से 8 लोगों के दबे होने की सूचना प्राप्त हुई है। वही नदी में आई बाढ़ से डूब रहे लोगों को बचाने के लिए जिलाधिकारी ने नदी में डूबे हुए लोगों के तत्काल बचाव हेतु sdrf और जल पुलिस को रवाना होने के निर्देश दिए हैं घटना के बाद स्टेजिंग एरिया कमांडर अपनी टीम के साथ तथा अन्य संबंधित विभाग भी घटनास्थल पर मौके पर पहुंच चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर चमोली, रूद्रप्रयाग एवं उत्तरकाशी के जिलाधिकारियों से यात्रा के लिए की जा रही तैयारियों की जानकारी भी ली। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए कि यात्रा शुरू होने से पूर्व सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी हो जाएं। इस अवसर पर अधिकारियों ने मॉक ड्रिल में आपदा प्रबंधन के लिए की जा रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी।
इस अवसर पर सचिव आपदा प्रबंधन रणजीत सिन्हा, दिलीप जावलकर, डॉ. आर. राजेश कुमार, एसीईओ आपदा प्रबंधन रिद्धिम अग्रवाल, एन.डी.एम.ए. के अधिकारी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।