मसूरी। आज बुधवार को यहां धनौल्टी विधानसभा क्षेत्र के सुरकंडा देवी में पौधरोपण कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में हुए पेपर लीक के मामले को गंभीर बताया है। उन्होंने कहा कि हमारे योग्य बच्चों के भविष्य से खेलने का काम शॉर्टकट नीति अपनाने वाले लोग कर रहे हैं और चयन आयोग की एजेंसी को प्रभावित करने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी एक बार अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का गठन किया गया था और उसमें हुए घोटालों के कारण यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भंग करना पड़ा था। अगर इस तरीके के घोटाले उत्तराखंड में हो रहे हैं तो सरकार को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भंग करने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो भी घोटाले में शामिल हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल में धनौल्टी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मां सुरकंडा देवी मंदिर के दर्शन के लिए गए थे। वहां पर उन्होंने देखा कि मंदिर के आसपास के जो प्राकृतिक जल स्रोत हैं, उनमें जल की मात्रा काफी कम हो गई है। जिसको लेकर सुरकंडा देवी के क्षेत्र में व्यापक पौधरोपण करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि रिस्पना नदी को ऋषिपर्णा नदी बनाए जाने का काम लगातार किया जा रहा है।
सुरकंडा देवी पर्वत पर पौधरोपण और माता के दर्शन करते हुए एक वृक्ष पर सैकड़ों मन्नत की फांस देख त्रिवेंद्र ने पुजारियों से कहा कि इससे तो पेड़ ही सूख जाएगा। इसके बाद मंदिर समिति के अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि सभी चुनरिया खोल दीं जाएंगी। पूर्व सीएम और उनके साथ आये कार्यकर्ताओं ने पौधरोपण कर मंदिर समिति के साथ क्षेत्र के विकास पर चर्चा की और वापसी में प्लास्टिक व अन्य कूड़ा एकत्रित कर लाए। त्रिवेंद्र के साथ में लगभग 100 भाजपा कार्यकर्ता, स्थानीय ग्रामीण एवं वन विभाग कर्मी मौजूद रहे। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे सभी अपने मंदिरों, पर्यटक स्थलों, घर के आसपास कचरा न फेंकें, न फेंकने दें और साफ सफाई करें। सभी के सहयोग से देवभूमि साफ सुथरी रहेगी।
उनके कार्यकाल में योजना को लेकर डीपीआर तैयार कर वन विभाग से भी अनापत्ति प्रमाणपत्र ले लिया गया था। वहीं 21 सदस्यों का स्टाफ भी योजना के लिए नियुक्त किया जा चुका है। योजना के लिए ऋण लेने की प्रक्रिया चल रही है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीरो कार्बन एनर्जी को खत्म करने में रिस्पना से ऋषिपर्णा योजना का काफी महत्व है। देहरादून की रिस्पना नदी को नया जीवन सौंग बांध के द्वारा दिया जाएगा और मिशन रिस्पना टू ऋषिपर्णा के तहत रिस्पना नदी में पानी आएगा।