वो ही बिगाड़े, वो ही संवारे
- पिता की कोरोना से मौत के 5 दिन बाद जन्मी नवजात बेटी के लिये फरिश्ता बनकर सामने आई दून की एक दयावान दंपति
- देहरादून निवासी उसकी बेसहारा मां को घर चलाने और परिवार का भरण पोषण करने को हर माह देंगे 15 हजार रुपये की मदद
हरिद्वार। ‘जिसका कोई नहीं, उसका खुदा है यारो’… यह गीत देहरादून की एक नवजात बच्ची पर चरितार्थ हो रहा है। जिसने पिता की कोरोना से मौत होने के 5 दिन इस दुनिया में आंखें खोली थी। ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की ब्रांड एंबेसडर डॉ. मनु शिवपुरी की पहल से देहरादून निवासी उसकी बेसहारा मां की मदद के लिए दून की एक दयावान दंपती फरिश्ता बनकर सामने आयी है। इस दयावान और बड़े दिल वाली दंपती की ओर से इस बेसहारा महिला को घर चलाने और परिवार का भरण पोषण करने के लिए 15 हजार रुपये मासिक आर्थिक मदद दी जाएगी।
डॉ. शिवपुरी के मुताबिक देहरादून निवासी इस महिला के पति की 2 जून को कोविड से मौत हो गई थी। 7 जून को महिला ने बेटी को जन्म दिया। उसका पहले से एक बेटा है, जो पोलियोग्रस्त है। उसके माता-पिता वृद्ध हैं। डॉ. शिवपुरी के मुताबिक महिला से जब संपर्क किया तो वह अस्पताल में भर्ती थीं। पति की मौत से महिला पूरी तरह टूट चुकी थी। उन्होंने महिला की आर्थिक मदद के लिए देहरादून के स्पोर्ट्स क्लब के अरविंद कुमार गुप्ता से बातचीत की।
देहरादून की मित्तल दंपति ने विधवा की मदद के लिए प्रतिमाह 15 हजार रुपये खर्च उठाने की हामी भर दी है। हालांकि मदद करने वाली इस दंपती ने अपना नाम सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया है। पीड़ित महिला के बारे में उनको मीनाक्षी कपूर ने जानकारी दी थी।