त्रिवेंद्र सरकार का फैसला
- पॉजिटिव मरीजों की मौत के बाद उनके दाह संस्कार के लिए हर जिले में चिन्हित होंगे मैैदान
- नई गाइडलाइन के अनुसार परिजनों को नहीं सौंपा जा सकता है कोरोना संक्रमित मरीज का शव
- परिजनों को बिना शव को छुए देखने और संस्कार की अन्य गतिविधियां करने की इजाजत
देहरादून। अब कोरोना संक्रमित मरीज की मौत होने पर उनके सम्मानपूर्वक दाह संस्कार के लिए प्रत्येक जिले में अलग से मैदान चिन्हित किए जाएंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी जिलों को आदेश जारी किए गए हैं। अब जिलाधिकारी अपने स्तर पर दाह संस्कार मैदान का चयन करेंगे।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमितों की मौत के बाद उनके दाह संस्कार में विरोध को लेकर त्रिवेंद्र सरकार को लगातार शिकायतें मिल रही हैं। बीते शनिवार को सरकार ने केंद्र सरकार की ओर जारी गाइडलाइन भी जारी की है। जिसके अनुसार कोरोना संक्रमित मरीज के शव को परिजनों को नहीं सौंपा जा सकता है। लेकिन परिजनों को बिना शव को छूए देखने और संस्कार की अन्य गतिविधियां करने की इजाजत है। संक्रमित मरीजों के शव को लेकर जाने और दाह संस्कार प्रशिक्षण ग्राउंड कर्मियों के माध्यम से किया जाएगा। जिन्हें पीपीई किट पहनना अनिवार्य होगा।
इस बाबत स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों में प्रशासन को आदेश दिए हैं कि कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत होने पर दाह संस्कार के लिए अलग से मैदान चिन्हित करें। अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने बताया कि प्रत्येक जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत होने पर उनके दाह संस्कार के लिए अलग से मैदान चिन्हित करने के निर्देश जिलाधिकारियों को दिए गए हैं।