सब गोलमाल है
- निगम के ईपीएफ ट्रस्ट के निवेश कंपनियों में बांड के रूप में रखे दो करोड़ डूबे, अब होगी जांच
- निगम के बर्खास्त जीएम (खनन) राहुल पर दर्ज होगा मुकदमा, साढ़े आठ करोड़ के गबन का आरोप
- वहीं निगम के अफसरों पर पूर्व की एमडी द्वारा दी गई सामूहिक प्रतिकूल प्रविष्टि होगी निरस्त
देहरादून। गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) की बोर्ड बैठक में कई सनसनीखेज मामलों पर चर्चा की गई। बैठक में लगभग साढ़े आठ करोड़ रुपये के गबन के आरोपी बर्खास्त महाप्रबंधक (खनन) राहुल शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने पर सहमति जताई गई। इसके अलावा निगम को घाटे से उबारने, कर्मचारियों के हितों और निगम की कीमती जमीनों को बेचे न जाने जैसे मसलों पर भी फैसले हुए। बोर्ड ने निगम के नियमित कर्मचारियों को अटल आयुष्मान योजना का लाभ देने का प्रस्ताव भी पास कर दिया। इसके साथ ही निगम के ईपीएफ ट्रस्ट के लगभग दो करोड़ रुपये इन्वेस्टमेंट कंपनियों में बांड के रूप में रखे जाने और उनके डूब जाने के संबंध में भी जांच के प्रस्ताव पर सहमति जताई।
जीएमवीएन के राजपुर रोड स्थित मुख्यालय में हुई बोर्ड बैठक के बारे में निगम के अध्यक्ष महावीर रांगड़ ने बताया कि 28 प्रस्तावों पर चर्चा की गई। बोर्ड बैठक में गढ़वाल में निगम को विस्तार देने, जनता से जुड़े कार्य व पर्यटकों के लिए बेहतर कार्यों पर जोर दिया जाएगा। इसके अलावा नोएडा और मसूरी पार्किंग समेत निगम की कीमती संपत्तियों को बेचे जाने पर भी बोर्ड में ऐतराज जताया गया। इन पर अगली बोर्ड बैठक में चर्चा करने की बात कही गई।
बैठक में उत्तरकाशी के पर्यटक आवास गृह के कर्मचारी अनिल रावत की ड्यूटी के दौरान कोरोना से मृत्यु पर नियमानुसार उचित मुआवजा देने का प्रस्ताव भी रखा गया। जिस पर बोर्ड ने सहमति दी। निगम के ईपीएफ ट्रस्ट के लगभग दो करोड़ रुपये इन्वेस्टमेंट कंपनियों में बांड के रूप में रखे जाने और उनके डूब जाने के संबंध में भी जांच के प्रस्ताव पर सहमति बनी।
वहीं निगम के प्रबंधकों, जनसंपर्क अधिकारियों और अन्य अधिकारियों के खिलाफ पूर्व की प्रबंध निदेशक द्वारा दी गई सामूहिक प्रतिकूल प्रविष्टि को निरस्त करने के प्रस्ताव पर तय हुआ कि सभी अधिकारियों के द्वारा किए गए कार्य और आउटपुट के बारे में दोबारा से जांच कर ली जाए। बैठक में निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. आशीष चौहान, उपाध्यक्ष कृष्ण कांत सिंघल, निदेशक चंद्रप्रकाश लखेड़ा, आशुतोष शर्मा, राकेश सेमवाल, उद्योग, वित्त, कार्मिक, पर्यटन के अपर सचिव, महाप्रबंधक पर्यटन जितेंद्र कुमार, महाप्रबंधक वित्त अवधेश सिंह आदि मौजूद रहे।