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..तो अपनी काली करतूतों के खुलने के डर से मासूम अंकिता को मारकर नहर में फेंका

अंकिता भंडारी हत्या मामले का खुलासा

  • वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक और भाजपा नेता के बेटे पुलकित ने अंकित और सौरभ से मिलकर की अंकिता भंडारी की  हत्या
  • अंकिता पर रिजॉर्ट आने वाले ग्राहकों से संबंध बनाने का था दबाव, परेशान अंकिता ने रिजॉर्ट की काली करतूतों को बताने की दी थी चेतावनी

पौड़ी। जनपद के श्रीकोट गांव निवासी 19 साल की अंकिता भंडारी की हत्या के मामले का पुलिस ने जांच मिलने के 24 घंटे के अंदर ही खुलासा कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार अंकिता इस बात से परेशान थी कि उसे रिजॉर्ट आने वाले ग्राहकों से संबंध बनाने के लिए कहा जाता था। इसी बात से परेशान होकर अंकिता ने आरोपियों को चेतावनी दी थी कि वो उनकी नौकरी को छोड़ देगी और रिजॉर्ट की सारी काली करतूतों को बाहर बता देगी। इसी बात से डरकर आरोपियों ने साजिश रचकर उसका मर्डर कर दिया।
गौरतलब है कि लक्ष्मणझूला पुलिस को ये केस यमकेश्वर तहसील के राजस्व क्षेत्र के पट्टी उदयपुर पला-2 राजस्व पुलिस से ट्रांसफर हुआ था। अंकिता गंगा भोगपुर स्थित रिसोर्ट में रिसेप्शनिस्ट पद पर काम कर रही थी और वो 18 सितंबर को रिसॉर्ट से ही रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी। राजस्व पुलिस इस मामले में हीलाहवाली बरत रही थी। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने बताया कि रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य और उसके दो साथियों ने मिलकर मासूम अंकिता को रिजॉर्ट से कुछ दूरी पर ले जाकर चीला शक्ति नहर में फेंक दिया था। अभी तक लड़की का शव नहीं मिला है. पुलिस शव की तलाश कर रही है।
पुलिस पूछताछ में रिजॉर्ट कर्मियों ने ये भी बताया कि 18 सितंबर की शाम को अंकिता काफी परेशान थी और फोन पर रोते हुए एक कर्मी से उसने अपना बैग ऊपर लाने के लिए कहा था। एक परिचित को किए गये वाट्सएप मैसेज में भी अंकिता ने परेशान होने की बात बताई थी।

एसएसपी पौड़ी यशवंत सिंह चैहान ने युवती की गुमशुदगी के मामले में तेजी दिखाते हुए एक टीम का गठन किया. एसएसपी के निर्देश पर एएसपी व क्षेत्राधिकारी सर्किल श्रीनगर, थाना लक्ष्मणझूला एवं थानाध्यक्ष देवप्रयाग की टीमों ने मामले में जांच शुरू की। पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे पता चला कि अंकिता भंडारी रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भाष्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता के साथ बीते 18 सितंबर की रात करीब 8 से 9 बजे के बीच ऋषिकेश गई थी. आरोपी तो वापस रिजॉर्ट लौटे लेकिन अंकिता कहीं नजर नहीं आई. वापस लौटने के बाद तीनों ने रिजॉर्ट के कुक को अंकिता का खाना रूम में भेजने से मना किया और कहा कि अंकित उर्फ (पुलकित) गुप्ता खुद खाना लेकर कमरे में जाएगा।

रिजॉर्ट कर्मियों से पूछताछ की गई तो मालूम कि अंकिता तीनों आरोपियों के साथ रात करीब 8 बजे रिजॉर्ट से बाहर गयी थी, लेकिन उसी रात साढ़े 10 से 11 बजे के बीच तीनों ही वापस आये लेकिन अंकिता इनके साथ नहीं थी। सुबूतों के आधार पर पुलिस ने भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य, अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता और सौरभ भाष्कर को पूछताछ के लिए थाने लेकर आई. जिस पर पुलिस के सामने तीनों आरोपियों ने जुर्म कबूल करते हुए पूरी घटना के बारे में बताया।
सब कुछ आरोपियों ने अपनी प्लान के तहत ही किया।किसी को शक न हो इसलिए आरोपियों ने ही अंकिता की गुमशुदगी की प्राथमिकी भी दर्ज करवाई थी। इसके बाद आरोपियों ने प्लान किया कि तीनों एक जैसे बयान देंगे. इसके लिए तीनों आरोपियों ने सोच समझकर घटना की टाईमिंग सेट की, लेकिन 18 सितंबर से बेटी की कोई खबर नहीं मिलने पर परिजनों को चिंता सताने लगी।
अंकिता की मां सोनी देवी, ग्रामीणों व परिजनों ने 21 सितंबर इस पर जिला मुख्यालय पौड़ी में डीएम से बेटी की खोज बीन के लिए गुहार लगाई। साथ ही मामला रेगुलर पुलिस को सौंपने की भी मांग की. जिस पर डीएम डॉ विजय कुमार जोगदंडे ने बीते गुरुवार 22 सितंबर को मामला राजस्व पुलिस ने रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर किया। एसएसपी पौड़ी ने तेजी दिखाते हुए टीम बनाकर मामले की जांच शुरू की. पुलिस से सबसे पहले रिजॉर्ट से ही जांच का श्रीगणेश किया. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर रिजॉर्ट के ऑनरों से गहनता से पूछताछ की. जिसके बाद सारा मामला परत दर परत खुलता चला गया.
उधर अंकिता की हत्या की खबर मिले ही स्थानीय लोगों ने हंगामा कर दिया। लोगों ने आरोपी को लेकर जा रही जीप को घेर लिया। कुछ लोगों ने जीप का शीशा भी तोड़ दिया। वहीं, रिजॉर्ट में तोड़फोड़ भी की। वहीं बेकाबू भीड़ ने एक आरोपी के साथ मारपीट भी कर दी। रिजॉर्ट को सील करने के लिए पहुंचे एसडीएम कोटद्वार को भी लोगों ने घेर लिया और लोग रिजॉर्ट का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश करने लगे। लोग रिजॉर्ट के ध्वस्तीकरण की मांग पर अड़े रहे। पुलिस और प्रशासन ने बड़ी मशक्कत के बाद हालात पर काबू पाया। पुलिस जब मामले की जांच के लिए पहुंची तो सामने आया कि रिजॉर्ट में केवल शो के सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। किसी भी कैमरे से रिकॉर्डिंग नहीं होती है।
इस मामले में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि तीर्थ नगरी में हुई अंकिता की हत्या ने न केवल राज्य की कानून व्यवस्था बल्कि भाजपा सरकार के ‘बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ‘ नारे की हकीकत भी सामने ला दी है। भाजपा सरकार में शांत पहाड़ों में भी अब बेटियां सुरक्षित नहीं हैं और बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए भाजपा नेता और उनके करीबी लोग जिम्मेदार हैं। उधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना को बहुत दुखद बताते हुए कहा कि जिस किसी ने ये जघन्य अपराध किया है उसे हर हाल में कड़ी सजा दिलाई जाएगी। पुलिस अपना कार्य कर रही है। पीड़ित को न्याय दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा। 

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