देहरादून। राजधानी में भी वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। हालांकि हवा की तेज रफ्तार से थोड़ी राहत भी मिली। शहर का औसत प्रदूषण स्तर (एक्यूआई) 238 रहा जो सेहत के लिहाज से खतरनाक है। विशेषज्ञों के अनुसार देहरादून में पर्यावरण प्रदूषण की समस्या की मुख्य वजह बारिश का कम होना है।
एयर क्वालिटी.कॉम की ओर से दर्ज रिकार्ड में देहरादून में भी प्रदूषण का स्तर चिंताजनक हो चला है। देहरादून के वायुमंडल में कार्बन 1064 माइक्रो ग्राम प्रति यूनिट की मात्रा पाई गई। इसके अलावा वायुमंडल में अन्य प्रदूषणकारी तत्वों की मात्रा भी सामान्य से काफी अधिक पाई गई। नाइट्रोजन आक्साइड की मात्रा 42 और बेहद खतरनाक मानी जाने वाली गैस सल्फर डाई की मात्रा 16 माइक्रोग्राम प्रति यूनिट रही। कनॉट प्लेस, क्लेमेंटटाउन और रायपुर में तो प्रदूषण का स्तर 315 रहा जो स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी खतरनाक रहा। दिल्ली और आसपास का इलाका पराली जलाने की वजह से खतरनाक स्तर के प्रदूषण की समस्या का सामना कर रहा है।
वाहनों से निकला बेतहाशा धुआं और प्रदूषणकारी तत्व राजधानी में प्रदूषण की मुख्य वजह बताए जा रहे हैं। कार्बन और सल्फरडाई आक्साइड मुख्यत: डीजल-पेट्रोल के वाहनों से निकले धुएं की वजह से होता है। राजधानी में ध्वनि प्रदूषण का स्तर भी 62.94 रहा जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। दिवाली पर पटाखों की वजह से वायु प्रदूषण के साथ ही ध्वनि प्रदूषण का स्तर भी बढ़ सकता है।
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