उत्तरकाशी। सीमांत विकासखंड मोरी के सावणी गांव में बीती रात आग लगने से 9 मकान जलकर राख हो गए। जिसमे लगभग 15-16 परिवार निवास करते थे। इसके अतिरिक्त 2 मकानों को आग से बचाने के लिए पूर्ण रूप से तोड़ा गया है और 3 मकानों को आंशिक रूप से तोड़ा गया है। ये सभी भवन देवदार और कैल की लकड़ी से बने थे। जिससे आग और तेज भड़की। इन भवनों में रखा सारा सामान भी जलकर खाक हो गया है। वहीं आग में झुलसने से एक 76 वर्षीय महिला की मौत हो गई है।
सड़क मार्ग स्थित जखोल से पांच किलोमीटर पैदल और अंधेरा होने के कारण राहत बचाव के लिए पहली टीम साढ़े तीन घंटे बाद सावणी पहुंची। लेकिन, उससे पहले गांव में मौजूद ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर कुछ हद तक काबू पाया। रात तीन बजे आग पर पूरी तरह से काबू पाया गया। आग बुझाते समय कुछ ग्रामीण आग की लपटों से भी झुलसे। अभी आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जिला प्रशासन को तुरंत राहत और पुनर्वास कार्य शुरू करने का आदेश दिया हैं। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित परिवारों को आवश्यक सामग्री की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर की जाए। सीएम धामी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि इस संबंध में निरंतर जिलाधिकारी से संपर्क में हूं। एसडीआरएफ, पुलिस, फायर सर्विस, वन विभाग की टीम समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। इस मुश्किल समय में हम ग्रामवासियों के साथ खड़े हैं, प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने राहत व बचाव कार्यों के लिए सतलुज जल विद्युत निगम समेत टोंस वन प्रभाग और गोविंद वन्य जीव विहार के वन कर्मियों का सहयोग लेने के भी निर्देश दिए हैं। उपजिलाधिकारी पुरोला को राहत एवं बचाव कार्य के समन्वय के लिए निर्देश दिए हैं। बता दें कि विगत वर्ष भी सावणी गांव में आगजनी की घटना घटित हुई थी। जिससे दर्जनों परिवार बेघर हो गये थे।