हल्द्वानी। परिवहन क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं तलाश रहे युवाओं को भारी व्यावसायिक वाहनों चलाने की ट्रेनिंग सरकार कराएगी। जबकि केवल ट्रेनिग की फीस का भुगतान सरकार खुद करेगी, बल्कि प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रतिदिन 100 रुपए भी दिए जाएंगे। देहरादून में झाझरा स्थित इंस्टिटयूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च (आईडीटीआर) में यह ट्रेनिग कराई जाएगी।
प्रथम चरण में एससी, एसटी, ओबीसी के साथ साथ आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्लूएस) के 1000 युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। 21 से 23 दिन की इस ट्रेनिग का सामान्य शुल्क व हास्टल खर्च 17 हजार 750 रुपए बैठता है। परिवहन विभाग इस पूरे खर्च को उठाएगा। जहां कमर्शियल वाहन ट्रेनिंग सीखने वाले युवाओं को 2 से 3 सप्ताह की ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। ट्रेनिंग लेने वाले छात्रों को रहने खाने की सभी व्यवस्था और खर्च उत्तराखंड सरकार द्वारा उठाया जाएगा।
संभागीय परिवहन अधिकारी हल्द्वानी संदीप सैनी ने बताया कि प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं से आवेदन मांगा जा रहे हैं। परिवहन आयुक्त के निर्देश पर जिलेवार कोटा निर्धारित किया गया है, जहां प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं से आवेदन मांगे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हल्द्वानी संभाग अंतर्गत नैनीताल जिले से 65, चंपावत जिले से 22 और उधमसिंह नगर जिले से 68 लोगों को प्रशिक्षण का मौका दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कमर्शियल वाहन प्रशिक्षण विभाग द्वारा दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद वाहन चलाने का कुशल प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। जो कमर्शियल वाहन चलाने के लिए वैध रहेगा, जिससे वह रोजगार के साथ-साथ स्वरोजगार प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि अगर कोई युवा प्रशिक्षण लेना चाहता है तो अपनी नजदीकी उप संभागीय कार्यालय में जाकर संपर्क कर आवेदन कर इस योजना का लाभ ले सकता है।