देहरादून। उत्तराखंड में इस बार खेल महाकुंभ 31 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है। इसके लिए खेल विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। खेल महाकुंभ में राष्ट्रीय खेलों का रिकार्ड तोड़ने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के रूप में एक लाख रुपये मिलेंगे। वहीं राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) 31 अक्तूबर को हल्द्वानी के गोलापार स्टेडियम से खेलों की शुरुआत करेंगे।
बता दें कि खेल महाकुंभ में इस बार प्रदेश भर से तकरीबन चार लाख के करीब खिलाड़ी प्रतिभाग करेंगे। जिसमें जिसमें न्याय ब्लॉक, जिला और प्रदेश स्तर तक प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जाएगी। लेकिन इस बार खेल महाकुंभ इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 2024 में उत्तराखंड में 38वे राष्ट्रीय खेल आयोजित किए जाने हैं।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने कहा, राज्यभर में इसमें साढ़े चार लाख खिलाड़ी प्रतिभाग करेंगे। न्याय पंचायत स्तर पर पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाले खिलाड़ियों को पहली बार नकद धनराशि से पुरस्कृत किया जाएगा। खेल मंत्री रेखा आर्या के मुताबिक, इस साल 31 अक्तूबर से 30 दिसंबर 2023 तक होने वाले खेल महाकुंभ में विजेता खिलाड़ियों को दी जाने वाली पुरस्कार की धनराशि बढ़ाई गई है। न्याय पंचायत स्तर पर पहले स्थान पर रहने वाले खिलाड़ी को 300 रुपये, दूसरे पर 200 और तीसरे स्थान पर रहने वाले को 150 रुपये दिए जाएंगे, जबकि ब्लॉक स्तर पर पहले स्थान पर तीन सौ रुपये से बढ़ाकर पांच सौ रुपये, दूसरे स्थान पर दो सौ रुपये से बढ़ाकर चार सौ रुपये और तीसरे स्थान पर 150 रुपये से बढ़ाकर तीन सौ रुपये की गई है।
जिला और राज्य स्तर पर भी पुरस्कार की राशि को बढ़ाया गया है। जिला स्तर पर पहले स्थान पर रहने वाले को 800, दूसरे स्थान पर 600 और तीसरे स्थान पर आने वाले को 400 की पुरस्कार राशि दी जाएगी। राज्य स्तर पर पहले स्थान वाले को 1500 रुपये, दूसरे पर 1000 रुपये और तीसरे स्थान पर आने वाले को 700 रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। इन प्रतियोगिताओं का आयोजन राष्ट्रीय खेलों के पूर्वाभ्यास के रूप में किया जाएगा। इसमें एथलेटिक्स, बॉक्सिंग, जूडो, कराटे, फुटबाल, ताइक्वांडो, बॉस्केटबाल, वॉलीबाल, हॉकी, कुश्ती, निशानेबाजी, तीरंदाजी, भारोत्तोलन और बेसबॉल खेल को शामिल किया गया है। अंडर-17 बालक-बालिका की राज्य स्तर की स्पर्धा में पहाड़ का पारंपरिक खेल मुर्गा झपट, अंडर-19 आयु वर्ग में मलखंभ को शामिल किया गया है।