ऊधम सिंह नगर। उत्तराखंड के बहुचर्चित नानकमत्ता डेरा प्रमुख हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए चार साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में एक गुरुद्वारे का सेवादार भी शामिल है। नानकमत्ता के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या का षड़यंत्र उत्तर प्रदेश से रचा गया था। बाबा तरसेम की हत्या का 10 लाख रुपये में सौदा हुआ था। हत्यारोपियों पांच लाख रुपये बतौर एडवांस ले चुके हैं।
साजिश करने वालों ने पेशेवर बदमाशों को हत्या की जिम्मेदारी सौंपी थी। पहले हत्यारे सरवजीत पर अलग-अलग राज्यों में कुल 13 केस दर्ज हैं। जबकि दूसरे हत्यारे अमरजीत उर्फ बिट्टू पर पांच केस दर्ज हैं। आरोपियों के पास घटना में प्रयुक्त दो कारें और दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गए।
बता दें बाबा तरसेम सिंह ने जिस सेवादार अमनदीप सिंह को गुरुद्वारे में सेवादार के रूप में रखवाया था उसने ही सराय में रह रहे हत्यारोपियों को बाबा की दिनचर्या के बारे में पल-पल की जानकारी दी थी। पुलिस के मुताबिक दो हत्यारोपियों ने लालच देकर उसे अपने साथ कर लिया था।
एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि 28 मार्च को डेरा कारसेवा प्रमुख तरसेम सिंह की गोली मारकर बाइक सवार शूटरों ने हत्या कर दी थी। पुलिस जांच में हत्यारोपित की पहचान तरनतारण पंजाब निवासी सर्वजीत सिंह पुत्र स्वरूप सिंह और नगली फतेहगढ़, चूड़ियां रोड, थाना कम्मो, जिला अमृतसर पंजाब व अमरजीत उर्फ बिट्टू उर्फ गंडा पुत्र सरदार सुरेंद्र सिंह के रूप में की।
एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि घटना को गंभीरता से लेते हुए सर्वजीत व अमरजीत पर 50 हजार से बढ़ाकर ईनामी राशि एक लाख रुपये किए जाने के लिए अधिकारियों को पत्र लिखा है। जिसकी जल्द स्वीकृति मिल जाएगी।