नई दिल्ली-भारत निर्वाचन आयोग 25 जनवरी को 11वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस के राष्ट्रीय समारोह का उद्धाटन नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा किया जाएगा। मतदाता दिवस के अवसर पर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की जिम्मेवारी निभाने वाला चुनाव आयोग देश के मतदाताओं को डिजिटल कार्ड/इलेक्ट्रॉनिक इलेक्टर्स फोटो आईडेंटिटी एप (ई-इपिक) का तोहफा देने जा रहा है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ई-ईपीआईसी यानी ई-एपिक कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे और पांच नए मतदाताओं को ई-एपिक एवं मतदाता फोटो पहचान पत्र प्रदान करेंगे। ई-एपिक मतदाता फोटो पहचान पत्र का डिजिटल संस्करण है जिसे वोटर हेल्पलाइन ऐप एवं वेबसाइट https%//voterportal-eci-gov-in और https%//www-nvsp-in के जरिये एक्सेस किया जा सकता है। इसकी मदद से मतदाता पहचान पत्र को डिजिटल रूप में रखा जा सकेगा। ई-इपिक में एक तय प्रक्रिया और कुछ नियमों का पालन करने के बाद आधार की तरह ही मतदान पहचान पत्र भी डाउनलोड होकर ई-वॉलेट का हिस्सा बन जाएगा।
डिजिटल कार्ड के लिए मतदाता को अपनी पूरी जानकारी मोबाइल नंबर के साथ ई-मेल की अनिवार्यता होगी। मोबाइल नंबर चुनाव आयोग की मतदाता सूची में दर्ज होते ही एप के माध्यम से आवेदन करने पर मेल और एक संदेश फोन पर प्राप्त होगा। इसमें एक बार इस्तेमाल होने वाला ओटीपी होगा जो कि आपका पासवर्ड होगा। इसका प्रयोग करके कार्ड प्राप्त किया जा सकेगा। इसमें दो क्यूआर कोड होंगे, एक में मतदाता की संपूर्ण जानकारी और दूसरे में उसके इलाके में होने वाले चुनाव और उससे जुड़ी जानकारियां होंगी। आयोग हार्ड कापी 25 रुपये में उपलब्ध करेगी। डिजिटल व्यवस्था से कार्ड खोने और नए कार्ड प्राप्त करने के झंझट से मुक्ति मिलेगी, साथ ही आयोग को भी कार्ड की डिलीवरी से राहत मिलेगी। राष्ट्रीय मतदाता दिवस का मुख्य उद्देश्य मतदाताओं को प्रोत्साहित करना, उन्हें सुविधा प्रदान करना और विशेषकर नए मतदाता जिनको 18 वर्ष पूर्ण कर लिए हो के लिए अधिकतम नामांकन करना है। देश के मतदाताओं को समर्पित इस दिवस का उपयोग मतदाताओं के बीच जागरूकता फैलाने और चुनावी प्रक्रिया में जानकारी के साथ उनकी भागीदारी को बढ़ावा देने में किया जाता है। एनवीडी के कार्यक्रम के दौरान नए मतदाताओं को उनके मतदाता फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) सौंपे जाते हैं।