देहरादून। आज बेटियां हर क्षेत्र में अपने बुलंद हौसले के साथ कामयाबी के झंडे गाड़ रही हैं। बेटियां हमेशा देश और प्रदेश का गौरव, सम्मान और गरिमा का कारण रही हैं। चाहे वह पर्वत की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई हो, समुद्र के एक छोर से दूसरे पार अभियान चलाना हो, शिक्षा हो, खेल हो, कला प्रतियोगिता या देश की सशस्त्र सेनाओं में राष्ट्र की सेवा करना हो, बेटियां अपने देश का हर तरीके से नाम रोशन कर रही हैं।
बता दें कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की बेटी श्रीजा ने स्टैनफोर्ड लॉ स्कूल में प्रतिष्ठित लॉ प्रोग्राम में प्रवेश प्राप्त करके राज्य की ख्याति में वृद्धि की है। श्रीजा रावत, 25 साल की उम्र में, अपने समर्पण और कड़ी मेहनत के माध्यम से कानून, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एल. एल. एम. में एडमिशन लेने में सफल रही हैं।
श्रीजा रावत, 25 साल की उम्र में, अपने समर्पण और कड़ी मेहनत के माध्यम से कानून, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एल. एल. एम. में एडमिशन लेने में सफल रही हैं। स्टैनफोर्ड लॉ स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वह उन 15-20 छात्रों में से एक हैं, जिन्हें स्टैनफोर्ड लॉ स्कूल, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, कैलिफोर्निया में इस अत्यधिक प्रतिस्पर्धी विशेष उन्नत डिग्री के लिए विश्व स्तर पर स्वीकार किया गया है।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की बेटी श्रीजा ने amity law college Noida से LLB किया है। श्रीजा की माता सुनीता रावत, सरकारी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं। वहीं त्रिवेंद्र सिंह रावत इस बार हरिद्वार लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं। बेटी के स्टैनफोर्ड लॉ स्कूल में एडमिशन के लिए नाम फाइनल होने पर समर्थकों ने बधाई दी है।