देहरादून। वन विभाग की कड़ी मशक्कत के बाद सहसपुर में गुलदार को पिंजरा लगाकर कैद किया गया था। लेकिन अब प्रदेश में चारों रेस्क्यू सेंटरों में जगह नहीं होने से वन विभाग के सामने गुलदार को रखने का संकट खड़ा हो गया है।
बता दें कि बीती छह मई को यहां महमूद नगर बस्ती से एक गुलदार घर के आंगन में खेल रहे बच्चे को उठाकर ले गया था। अगले दिन आम के बगीचे में बच्चे का शव बरामद हुआ था। गुलदार को पकड़ने के लिए यहां वन विभाग की ओर से तीन स्थानों पर पिंजरा लगाया गया था। आखिरकार एक गुलदार 11 मई को पिंजरे में कैद हो गया था। जिसे अगले दिन तक रेंज ऑफिस में ही पिंजरे में रखा गया था। इसके बाद शुक्रवार को गुलदार को चिड़ियापुर स्थित रेस्क्यू सेंटर भेज दिया गया।
डीएफओ अमरेश कुमार ने बताया कि अगली कार्रवाई तक गुलदार को रेस्क्यू सेंटर में ही रखा जाएगा। इधर, प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) अनूप मलिक ने बताया कि रेस्क्यू सेंटर में भेजे जाने के बाद अब गुलदार का डीएनए सैंपल लिया जाएगा। जिसे जांच के लिए सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) हैदराबाद भेजा जाएगा। इसके बाद मारे गए बच्चे के डीएनए सैंपल का मिलान किया जाएगा। यदि नमूने मेल नहीं खाएंगे तो गुलदार को पुन: जंगल में छोड़ने पर विचार किया जाएगा। यदि यह स्पष्ट हो जाता है कि इस घटना में यही गुलदार शामिल है तो फिर गुलदार को लंबे समय तक रेस्क्यू सेंटर में ही रखा जाएगा।