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हल्द्वानी : नशा मुक्ति केंद्र में ‘डंडे’ से छुड़ा रहे थे नशा!

क्रूरता के बने अड्डे

  • केंद्र में चल रहा था वहां भर्ती युवकों के साथ क्रूरता का खेल, एक युवक की मौत के बाद फूटा भांडा
  • केंद्र में पीट पीटकर प्रवीन की हत्या के मामले में धरे रहे गये संचालक के बहाने, गिरफ्तार

हल्द्वानी। एक युवक की बेरहमी से पीटने से हुई मौत के बाद शहरवासियों की हरिपुर नायक कमलुवागांजा रोड स्थित आदर्श जीवन नशा मुक्ति केंद्र में क्रूरता और बेरहमी के खेल का पता चला तो हड़कंप मच गया। सूत्रों के अनुसार यह खेल यहां काफी दिनों से चल रहा था, लेकिन कोई खुलकर विरोध करने के लिए सामने नहीं आया और केंद्र में कैद युवकों की आवाज वहीं दफन होकर रह गई।
आदर्श जीवन नशा मुक्ति केंद्र का संचालक राजीव जोशी दिल्ली में एक कार्यालय चलाता है। संचालक के अनुसार उन्होंने फरवरी में मुरादाबाद निवासी पीयूष कौशिक को सुपरवाइजर नियुक्त किया था। उन्हें भी यह पता था कि पीयूष केंद्र में भर्ती लोगों के साथ कैसा सलूक करता था। पीयूष बड़बोलेपन में भर्ती युवकों के सामने कई बार कहता था कि एक व्यक्ति की पिटाई से दिमाग की नस फट गई और उसकी मौत हो गई, लेकिन कोई कुछ नहीं कर पाया। इसी तरह की धौंस देकर भर्ती लोगों को पीयूष डराता था। नशे के लती लोगों को सुधारने के लिए उसने योग के बजाय ‘डंडे’ का सहारा ले लिया था। केंद्र पर पहुंचे मरीजों के परिजनों के बीच चर्चा थी कि उसके पाप का घड़ा प्रवीन की मौत के साथ फूट गया।
इस नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती युवकों का कहना था कि पिटाई की बात संचालक को भी पता थी, लेकिन उसने कभी पीयूष को डांटा तक नहीं। पीयूष केंद्र में आने के बाद कर्मचारियों से भर्ती युवकों का हाथ पकड़वाने के बाद खुद डंडे से पीटता था। पीयूष का खास बनने के चक्कर में कर्मचारी उसी के इशारे पर काम करते थे। पुलिस के समक्ष गवाह सहित अन्य युवकों ने भी बयान दिए। क्रूरता की दास्तां सुनने और पीड़ितों के बयान दर्ज होने पर पुलिस गिरफ्तारी के लिए तैयार हुई। 
थानेदार भगवान सिंह महर को संचालक राजीव जोशी के मोबाइल का सीडीआर (कॉल डिटेल रिपोर्ट) का इंतजार था। सीडीआर में घटना के दिन वह केंद्र में मौजूद नहीं था। इसी कारण उसे साक्ष्य छिपाने और सूचना न देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार प्रवीण की मौत की बात संचालक को पता थी लेकिन उसने पुलिस से छिपाने की कोशिश की। वह समझता था कि मामला रफा दफा हो गया लेकिन मौत उसके गले की हड्डी बन गई। हत्या के मामले में गिरफ्तार पीयूष मुरादाबाद का मूल निवासी है। अन्य आरोपी अभय उर्फ बिट्टू मूल रूप से उड़ीसा का निवासी है।

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