नीयत का क्या भरोसा? कब बदल जाए और जब बात हुश्न की हो तो फिर क्या जवानी और क्या बुढ़ापा। ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है। क्योंकि ऐसी ही एक घटना का खुलासा तब हुआ, जब पीड़ित युवती ने बच्चे को जन्म दिया, 9 महीने तक अपनी कोख में पीड़िता …
Read More »नीयत का क्या भरोसा? कब बदल जाए और जब बात हुश्न की हो तो फिर क्या जवानी और क्या बुढ़ापा। ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है। क्योंकि ऐसी ही एक घटना का खुलासा तब हुआ, जब पीड़ित युवती ने बच्चे को जन्म दिया, 9 महीने तक अपनी कोख में पीड़िता …
Read More »