देहरादूनः चार धाम यात्रा की शुरुआत के साथ ही लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का उत्तराखंड पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया है। केदारनाथ धाम में तो भीड़ सारे रिकॉर्ड तोड़ रही हैं आलम ये है कि मात्र 7 दिनों में एक लाख 34 हजार से भी ज्यादा तीर्थयात्री बाबा का आशीर्वाद ले चुके है। ऐसे में केदार धाम में लगातार यात्रियों का दबाव बढ़ रहा हैं जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ में वीआईपी दर्शन को लेकर बड़ा फैसला लिया है।
वीआईपी दर्शन के चलते आम श्रद्धालुओं को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। खासकर केदारनाथ में मौसम की चुनौती यानी ठंड और बारिश के बीच घंटों लाइन में लगने से कई तीर्थयात्रियों की तबीयत खराब हो रही है। जबकि, वीआईपी लोग बिना लाइन में लगे और आसानी से दर्शन कर निकल रहे हैं। जिससे आम आम श्रद्धालु परेशान हो रहे हैं। लिहाजा, केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने वीआईपी दर्शन पर रोक लगाने का फैसला लिया है। जिस संबंध में जल्द ही आदेश भी जारी कर दिए जाएंगे।
प्रशासन ने बेरिकेडिंग लगाकर केदारनाथ मंदिर का वीआइपी प्रवेश द्वार बंद किया है। अब हेली सेवा से आने वाले श्रद्धालु भी सामान्य लाइन में खड़े होकर दर्शन करेंगे। लाइन में खड़े श्रद्धालुओं को हर हाल में दो घंटे के भीतर दर्शन कराने होंगे।
दरअसल बाबा केदार के दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करना, शासन प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। वहीं, वीआईपी दर्शन से धाम में अधिक भीड़ बढ़ती जा रही है। जिसके चलते सरकार ने बाबा केदारनाथ धाम में वीआईपी दर्शन पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। सीएम धामी का कहना है कि अब सभी श्रद्धालुओं के लिए एक समान व्यवस्था रहेगी। सुगम व सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए सरकार ने वीआईपी दर्शन/लाइन समाप्त करने का निर्णय लिया गया है।