देहरादून। उत्तराखंड में हर साल आठ अगस्त को तीलू रौतेली व आंगनबाड़ी पुरस्कार दिए जाते हैं। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2024 के लिए तीलू रौतेली पुरस्कारों की घोषणा की। गुरुवार को 13 विभूतियों के साथ ही 32 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस दौरान वीरांगना तीलू रौतेली के जीवन पर आधारित एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई।
इन्हें मिला तीलू रौतेली पुरस्कार…
बता दें कि हरिद्वार बाईपास स्थित संस्कृति विभाग के प्रेक्षाग्रह में महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने चयनित महिलाओं को सम्मानित किया। प्रदेश की पहली गढ़वाली महिला संगीत अध्यापिका के रूप में अपनी सेवाएं देने वाली देहरादून की डाॅ. माधुरी बड़थ्वाल और गुलदार के हमले से अपनी सास को बचाने वाली रुद्रप्रयाग की विनीता देवी, खेल के क्षेत्र में अल्मोड़ा की प्रीति गोस्वामी, हस्तशिल्प के क्षेत्र में चमोली की नर्मदा देवी रावत, साहित्य के क्षेत्र में चंपावत की सोनिया आर्या, खेल क्षेत्र में बागेश्वर की नेहा देवली, खेल क्षेत्र में हरिद्वार की संगीता राणा, विज्ञान के क्षेत्र में नैनीताल की सुधा पाल, खेल क्षेत्र में पौड़ी की अंकिता ध्यानी, सामाजिक क्षेत्र में पिथौरागढ़ की शकुंतला दताल, सामाजिक क्षेत्र में टिहरी गढ़वाल की रीना उनियाल, पैरा बैडमिंटन में बेहतर प्रदर्शन पर ऊधमसिंह नगर की मनदीप कौर, सामाजिक क्षेत्र में उत्तरकाशी की गीता गैरोला।
इन्हें मिला आंगनबाड़ी पुरस्कार…
अल्मोड़ा से देवकी और गुड्डी देवी, बागेश्वर से कमला खेतवाल, चमोली से धनेश्वरी देवी, अनीता देवी, पुष्पा देवी, चंपावत से सीमा जोशी, मंजू बिष्ट, देहरादून से रजनी गुलेरिया, प्रियतमा सक्सेना, हरिद्वार से रश्मी शर्मा, रेशमा, नैनीताल से हंसा मेहरा, दुर्गा बनौला व शोभा बौडाई, पौड़ी गढ़वाल से कविता देवी, जयाभारती देवी, उर्मिला देवी, दमयंती देवी, पिथौरागढ़ से भागीरथी देवी, बीनू धामी, सरोज द्विवेदी, रुद्रप्रयाग से विधि रौतेला, टिहरी गढ़वाल से समा पंवार, जुप्पा देवी, पिंकी, ऊधमसिंह नगर से आरती, समीता श्रीवास्तव, भारती देवी, अंजुरानी चौहान एवं उत्तरकाशी जिले से सोनू और सुषमा।