- रूस के एक बच्चे का दावा, पृथ्वी पर जन्म लेने से पहले वह था मंगल ग्रह का निवासी
मास्को। अब से हजारों साल पहले एक न्यूक्लियर संघर्ष में मंगल ग्रह पर एक प्रजाति का समूल विनाश हो गया था और अब पृथ्वी भी उसी खतरे की ओर बढ़ रही है। पृथ्वी वासियों को भी भविष्य में ऐसी ही तबाही का सामना करना पड़ेगा। इस तबाही से पृथ्वी को बचाने के लिए रूस में बोरिस्का किप्रियानोविच का जन्म हुआ है। यह दावा खुद बोरिस्का का ही है।
वह बताता है कि पृथ्वी को बचाने के लिए उसने पुनर्जन्म लिया है। मानव के रूप में जन्म लेने से पहले वह मंगल ग्रह का निवासी था। रूस के वोल्गोग्राड में रहने वाला यह बच्चा असाधारण है। अंतरिक्ष के बारे में उसकी जानकारियां तो चौंकाने वाली हैं। वर्ष 2017 में जब पहली बार यह बच्चा दुनिया के सामने आया तब उसकी उम्र 11 साल थी। इस दौरान बोरिस्का किप्रियानोविच ने पृथ्वी को लेकर कई चेतावनियां जारी की थीं। उसने कहा था कि पृथ्वी के लोगों को तबाही का सामना करना पड़ेगा। इसलिए मानव जाति को बचाने के लिए उसे एक मिशन पर यहां भेजा गया है।
इस बच्चे ने दावा किया है कि मंगल ग्रह पर एक पायलट था। एक युद्ध में अपने ग्रह को बचाने के लिए उसने पृथ्वी की यात्रा की थी। मंगलवासी शारीरिक रूप से लंबे और तकनीकी रूप से सक्षम होते हैं। मंगल ग्रह पर जब वह 14-15 साल का था तब ही उसने अपने दोस्तों के साथ मंगल ग्रह को बचाने के लिए युद्ध में भाग लिया था। उसका कहना है कि वहां के अंतरिक्ष यान गोल होते हैं।
बोरिस्का का दावा है कि मंगल ग्रह पर कई लोग अमर हैं। वहां पर 35 साल की उम्र के बाद उनकी उम्र बढ़ना बंद हो जाती है। वे लोग आज भी मंगल ग्रह पर मौजूद हैं। यह बच्चा अंतरिक्ष, एलियन और मंगल ग्रह के बारे में अजीब से रहस्यों का खुलासा करता है। बच्चे के इस दावे को लेकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं।
बच्चे की मां कहती हैं कि उनका बच्चा जन्म से ही अलग है। वह अपनी उम्र के बच्चों से कहीं ज्यादा जानकार था। उन्होंने बताया कि पैदा होने के सिर्फ दो सप्ताह बाद ही उसने खुद से अपना सिर बिना किसी सहारे के ऊपर उठा लिया था। बच्चे के पिता बताते हैं कि उन्होंने कभी भी उसको अंतरिक्ष की शिक्षा नहीं दी, इसके बाद भी वह ऐसे बातें करता है जैसे वह सचमुच अंतरिक्ष का निवासी हो। अब लोग उसकी बातों को गंभीरता से लेने लगे हैं।