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जनता का फैसला : गुजरात में भाजपा, हिमाचल में कांग्रेस और दिल्ली एमसीडी में आप को सौंपा राज!

देहरादून। जनता का मिजाज बदल रहा है और प्रचार का प्रोपेगेंडा बेअसर दिख रहा है। इस बार गुजरात में भाजपा 154 सीटों के साथ जीत का नया रिकॉर्ड बना दिया है। कांग्रेस ने 1985 में माधव सिंह सोलंकी की अगुआई में 149 विधानसभा सीटें जीती थीं। जबकि मोदी के सीएम रहते भाजपा ने 2002 के चुनाव में 127 सीटें जीती थीं। इस जीत के साथ भाजपा ने दोनों रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
गुजरात की 182 विधानसभा सीटों में से भाजपा 154 जीतने के बाद 3 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। उसे 2017 के मुकाबले 58 सीटों का फायदा हुआ है। वहीं कांग्रेस को सबसे ज्यादा 61 सीटों का नुकसान हुआ है। पार्टी ने पिछली बार 77 सीटें जीती थीं। इस बार कांग्रेस 14 सीटें जीत चुकी है और 2 पर आगे है।
उधर हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग जारी है। रुझानों में एक बार फिर पहाड़ का राज बदलता दिख रहा है, रिवाज नहीं। यानी 5 साल के बाद सरकार बदलने का सिलसिला इस बार भी नजर आ रहा है। कांग्रेस रुझानों में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने की ओर बढ़ रही है।
कांग्रेस पार्टी ने अब तक 35 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है, जबकि 4 पर आगे चल रही है। भाजपा 14 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है, 12 पर आगे है। अन्य प्रत्याशियों ने 2 सीटों पर जीत हासिल की है और एक पर आगे चल रहे हैं।दिलचस्पत बात यह है कि हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के 11 मंत्रियों से 5 चुनाव हार गये हैं। हालांकि एमसीडी में धमाकेदार जीत दर्ज करने वाली आम आदमी पार्टी यहां अभी तक खाता भी नहीं खोल पाई।
हालांकि गुजरात विधानसभा चुनाव में हारने के बाद भी आप को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है। अब तक के रुझानों में आम आदमी पार्टी राज्य की 182 सीटों में से 4 सीटें जीत चुकी है। गुजरात में आप को 12.89 फीसद वोट मिले हैं। दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है। बुधवार को आए नतीजों में दिल्ली एमसीडी में भी आप ने परचम लहरा दिया है। 

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