Monday , May 12 2025
Breaking News
Home / उत्तराखण्ड / पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का उत्तराखंड से था यह खास नाता

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का उत्तराखंड से था यह खास नाता

देहरादून। देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार 26 दिसंबर को एम्स दिल्ली में अंतिम सांस ली। मनमोहन सिंह 92 साल के थे। गुरुवार देर शाम को ही मनमोहन सिंह की तबीयत खराब हुई थी, जिसके बाद उन्हें एम्स दिल्ली में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का उत्तराखंड के देहरादून से भी खास रिश्ता रहा है। वह देहरादून आते-जाते रहते थे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के ताऊ गोपाल सिंह कोहली देहरादून के रेसकोर्स में रहते थे। उनके परिजन आज भी रेसकोर्स में रहते हैं। परिजनों ने बताया कि मनमोहन सिंह को देहरादून की आबोहवा काफी पसंद थी, वे यहां कई बार वक्त बिताने आए। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर उत्तराखंड में भी गम का माहौल है। हर कोई पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया के जरिए जारी संदेश में लिखा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। विभिन्न दायित्वों का निर्वहन करते हुए उनका संपूर्ण जीवन राष्ट्र की सेवा के प्रति समर्पित रहा। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

यहाँ भी पढ़े: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर उत्तराखंड में सात दिन का शोक, आदेश जारी

पूर्व सीएम और कांग्रेस के ​वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने लिखा है कि डॉ.मनमोहन सिंह एक अभूतपूर्व व्यक्तित्व, एक ऐसे वित्त मंत्री जिन्होंने भारत के आर्थिक विकास की बुनियाद जिसे राजीव गांधी ने रखा था। नई आर्थिक योजनाओं के साथ उस बुनियाद को ऊपर उठाया। आज की बुलंद इमारत उनके वित्त मंत्री के रूप में जो कृतित्व था, उसी का परिणाम है और उसी को उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आगे बढ़ाया।

हरीश रावत ने लिखा कि भारत को एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने के रास्ते पर खड़ा किया। हमको 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने का सपना दिखाया और उस सपने की दिशा में वह देश को आगे लेकर के चले, उनके ही कार्यकाल में 27 करोड़ लोग गरीबी की रेखा से ऊपर आए। गरीबों को मनरेगा के काम का अधिकार, वनवासियों को जंगल के निकट जहां वह रहे थे वहां उन्होंने वनाधिकार के रूप में अधिकार प्रदान किया।

About team HNI

Check Also

विभागों द्वारा दिसंबर तक बजट का 80 प्रतिशत तक खर्च किया जाए, सीएम धामी ने दिये निर्देश

विभागों द्वारा माह दिसम्बर तक बजट का 80 प्रतिशत तक खर्च किया जाए- मुख्यमंत्री बजट …