- पीपीएसए ने एक ही तरह की पढ़ाई पर दिया जोर
- या तो ऑनलाइन हो पढ़ाई या पूर्णतः स्कूल खोले जाए
देहरादून। स्कूलों के खुलने की स्थिति पर अभी असमंजस बना हुआ है।ऑनलाइन पढ़ाई और स्कूल खोलने की प्रक्रिया से प्राइवेट स्कूल सहमत नहीं है। प्रिंसपल प्रोगेसिव स्कूल्स एसोसिएशन पीपीएसए का कहना है कि दोनों व्यवस्थाओं को जारी रखने से शिक्षकों को दिक्कत होगी। या पूरी तरह स्कूल खोलें या ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखें। प्राइवेट स्कूल प्रतिनिधि मंडल ने इस संबंध में शिक्षा सचिव आर मीनाक्षीसुदंरम को ज्ञापन दिया। पीपीएसए के अध्यक्ष प्रेम कश्यप् ने कहा कि शिक्षक पहले छह घंटे स्कूल में पढ़ाई करवाएंगे और तीन घंटे पढ़ाई भी करवाएंगे तो यह संभव नहीं है। उधर, अभिभावकों का कहना है कि स्कूल खोलने से बच्चे संक्रमण में चपेट में आ जाएंगे। कुंवर जपेंद्र सिंह के नेतृत्व में अभिभावकों ने प्रेस वार्ता में बताया कि फीस एक्ट नहीं होने से प्राइवेट स्कूल लाॅकडाउन की अवधि में भी मनमानी फीस ले रही हंै। विदित हो कि केंद्र सरकार ने 15 अक्टूबर से स्कूल खोलने के लिए गाइड-लाइन जारी की है। लेकिन इस पर राज्य, अभिभावक और स्कूल प्रबंधन को मशवरा कर निर्णय लेना है।