Wednesday , May 8 2024
Breaking News
Home / अल्मोड़ा / प्रदेश के पहले ‘‘द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट‘‘ का गठन

प्रदेश के पहले ‘‘द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट‘‘ का गठन

अल्मोड़ा-देहरादून। राज्य के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं के शैक्षिक क्षमता के अनुसार उन्हें तकनीकी शिक्षा के उच्च संस्थानों में प्रवेश की तैयारी के लिये मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के दिशा-निर्देशन में जिला प्रशासन अल्मोड़ा द्वारा अल्मोड़ा में प्रदेश के पहले ‘‘द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट‘‘ का गठन किया गया है। विकास भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में इसके सफल संचालन के लिए जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया व सीईओ इलारा कैपिटल राज भट्ट द्वारा एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये।
इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भी आडियो सन्देश के माध्यम से द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट के गठन की शुभकामनायें देते हुए इस ट्रस्ट से सम्बन्धित सभी लोगों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह संस्थान शिक्षा की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार द्वारा संस्थान के सफल संचालन के लिए यथा सम्भव सहायता की जायेगी।

इस कार्यक्रम में सुपर-30 के संचालन एवं चयन प्रक्रिया की जानकारी प्रदान करते हुए चैयरमैन सीडॉट एवं सलाहकार सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट डा0 राजकुमार उपाध्याय ने बताया कि इस संस्थान का मुख्य उददेश्य राज्य के गरीब प्रतिभावान बच्चों को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में प्रवेश के निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाना है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में यह एक अलग तरह का संस्थान होगा। जिसमे प्रदेश के सभी विद्यालयों के 10वीं कक्षा की परीक्षा में मेरिट में रहने वाले चार से पॉच छात्रों को प्रदेश स्तरीय प्रवेश परीक्षा के लिए चुना जायेगा। चुने गये छात्रों में प्रवेश परीक्षा के आधार पर टॉप 30 छात्रों को इस संस्थान में प्रवेश दिया जायेगा। यह संस्थान आवासीय रहेगा जिसमें 11वीं एवं 12वीं कक्षाओं के साथ-साथ तैयारी करायी जायेगी। संस्थान के लिए विषय विशेषज्ञ अध्यापकों की व्यवस्था की जायेगी। इस संस्थान में व्यय होने वाली धनराशि का वहन द क्वीन्ट के संस्थापक राघव बहल के सहयोग से किया जायेगा। संस्थान की अन्य सुविधाओं हेतु जिला प्रशासन द्वारा सहयोग किया जायेगा।
इस अवसर पर वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट को सहयोग करने वाले द क्वीन्ट के संस्थापक राघव बहल ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में वे हर सम्भव सहायता के लिए जिला प्रशासन का सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे उत्तराखण्ड में प्रतिभावान छात्रों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि एक शिक्षित समाज से पूरे देश एवं प्रदेश का विकास होता है।
वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट के सलाहकार व इण्डिया फाउण्डेशन के शौर्य डोभाल ने संस्थान को हर सम्भव सहायता देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के खुलने से उत्तराखण्ड में शिक्षा के क्षेत्र में परिर्वतन की क्रान्ति आयेगी। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के सफल संचालन के लिए मेरिट के आधार पर बच्चों का चयन किया जायेगा। मेरिट के आधार पर चयन किये गये बच्चों से शिक्षा व समाज विकसित होगा। कार्यक्रम में उपस्थित इलारा कैपिटल लन्दन के सीईओ राज भट्ट ने भी द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट के लिएयथा सम्भव सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि यह संस्थान अगले वर्ष अपै्रल माह से प्रारम्भ कर दिया जायेगा जिससे शिक्षा जगत में एक नये परिर्वतन की आशा रहेगी।
कार्यक्रम के अन्त में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री की प्रेरणा से द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट का गठन एवं इसके एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। उन्होंने कहा कि संस्थान की अवस्थापना एवं अन्य सुविधाओं को तय समय से पूर्ण कर लिया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि पूरे प्रदेश में यह एक पहला संस्थान होगा जिसमे आईआईटी प्रवेश परीक्षा के लिए बच्चों को तैयार किया जायेगा। इस कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे, सीईओ सी हॉक नरेन्द्र लटवाल, शिक्षाविद् दिनेश जोशी, एलएक्स वाल्टर, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष कुन्दन लटवाल, उपजिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा, मोनिका, जिला विकास अधिकारी केके पंत, मुख्य शिक्षाधिकारी एचबी चन्द, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी, आरटीओ शैलेश तिवारी, एआटीओ के0सी0 पलड़िया, विनोद राठौर, विद्या कर्नाटक आदि उपस्थित थे।

About team HNI

Check Also

ऋषिकेश: गंगा में डूबे युवक का शव बरामद, आठ लोगों का ग्रुप आया था घूमने

ऋषिकेश। लक्ष्मण झूला क्षेत्र के मस्तराम घाट में डूबे युवक का एसडीआरएफ ने शव बरामद …

Leave a Reply