देहरादून। उत्तराखंड में हो रही बारिश और हिमपात के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। उत्तराखंड मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी जारी है। वहीं शुक्रवार सुबह से जारी बर्फबारी के कारण पहाड़ ढक गए हैं। सड़कें बंद होने से लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। गढ़वाल और कुमाऊं में भारी बर्फबारी वाले क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। भारी वर्षा और बर्फबारी की चेतावनी को देखते हुए एसडीआरएफ ने अलर्ट जारी किया है। प्रदेशभर में 22 जगहों पर तैनात एसडीआरएफ की टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। पहाड़ों पर हो रही बारिश और बर्फबारी से जहां लोगों की मुसीबतें बढ़ गई हैं। वहीं, तापमान माइनस में चला गया है। ऐसे में लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। बात करें, चकराता-त्यूणी मोटर मार्ग की तो यहां लोखंडी के पास भारी बर्फबारी होने से आवागमन अवरुद्ध हो गया है। मार्ग पर करीब डेढ़ 2 फीट मोटी बर्फ की परत जमा हो गई है। अगर ऐसा ही मौसम रहा तो भारी बर्फबारी होने की संभावना और बढ़ सकती है। 2500 मीटर से ऊंचाई वाले स्थान के साथ नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा, गर्जन के साथ ओलावृष्टि, आकाशीय बिजली चमकना तथा गढ़वाल परिक्षेत्र के देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी में भारी वर्षा, गर्जन के साथ ओलावृष्टि, आकाशीय बिजली चमकने की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार दून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, टिहरी, चंपावत और यूएस नगर में बारिश और ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं कुमाऊं मंडल के कुछ जिलों में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं 5, 6 और 7 फरवरी को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, देहरादून जिलों में बारिश और बर्फबारी होने की संभावना जताई है।