Monday , November 11 2024
Breaking News
Home / उत्तराखण्ड / एम्स ऋषिकेश में पहली बार हुआ किडनी प्रत्यारोपण, युवक को लगाई गई पिता की किडनी

एम्स ऋषिकेश में पहली बार हुआ किडनी प्रत्यारोपण, युवक को लगाई गई पिता की किडनी

ऋषिकेश। केन्द्र से किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट के संचालन हेतु आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद एम्स ऋषिकेश में गुर्दा प्रत्यारोपण की सुविधा शुरू कर दी गयी है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश (एम्स) में 27 वर्षीय युवक की किडनी प्रत्यारोपित कर उसे नया जीवन दिया गया है। युवक को उसके पिता की किडनी लगाई गई है। इसी के साथ एम्स ऋषिकेश उत्तराखंड का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है जहां किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा शुरू हुई है।

संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने बताया कि नैनीताल का रहने वाला यह युवक किडनी फेलियर की समस्या से ग्रसित था। किडनी प्रत्यारोपण ही अंतिम विकल्प था। हालांकि यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य था जिसे संस्थान की यूरोलाॅजी, नेफ्रोलाॅजी और ऐनेस्थेसिया विभाग की संयुक्त टीम ने सफलतापूर्वक पूरा किया। इस प्रक्रिया में एम्स दिल्ली के चिकित्सकों का भी सहयोग रहा। जल्द ही हार्ट ट्रांसप्लांट और लीवर ट्रांसप्लांट की सुविधा भी जल्द ही एम्स ऋषिकेश में शुरू होगी।

यूरोलाॅजी के विभागाध्यक्ष डाॅ. अंकुर मित्तल ने बताया कि किडनी प्रत्यारोपण करने वाली टीम के लिए यह चुनौतीपूर्ण कार्य था, लेकिन टीम वर्क से यह प्रक्रिया पूर्ण तौर से सफल रही। लगभग 3 घंटे तक चली प्रत्यारोपण प्रक्रिया के बाद मरीज के पिता की किडनी 27 वर्षीय युवक को लगाई गयी। ट्रांसप्लांट के बाद मरीज को 19 अप्रैल से लगातार निगरानी में रखा गया था।

वहीं नेफ्रोलॉजी विभाग की डॉ. शेरोन कंडारी ने बताया कि यह मरीज इमरजेंसी के माध्यम से ओपीडी में आया था। गंभीर स्थिति को देखते हुए किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी गई थी। एम्स ऋषिकेश में यह पहला किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है। हीमोडायलिसिस करवाने वाले मरीजों को इसका सबसे बड़ा फायदा पहुंचेगा।

About team HNI

Check Also

आईआईटी रुड़की में 25 लाख से ज्यादा का छात्रवृत्ति घोटाला, महिला कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज

रुड़की। आईआईटी रुड़की के सीनेट कमेटी फॉर स्काॅलरशिप एंड प्राईजेज (एससीएसपी) प्रकोष्ठ में 25.62 लाख …

Leave a Reply