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उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय का कैंपस डोईवाला में भी, राज्य में जल्द मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना शुरू करेंगेःमुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत

महिलाओं को भी पति की पैतृक संपत्ति में हक दिलाने के प्रदेश सरकार के निर्णय को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यह विचार मेरे दिमाग में 10 साल पहले आया था। जब वह कृषि मंत्री थे और चमोली के पांखी गांव में समूह की महिलाओं से संवाद कर रहे थे। विश्वेश्वरी देवी के इस आइडिया को लेकर सीएम ने कहा कि अच्छा विचार व सुझाव केवल प्रोफेसर ही नहीं दे सकते हैं, बल्कि आम आदमी भी दे सकता है।

हल्द्वानी-उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी के प्रशासनिक भवन के द्वितीय चरण का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि विश्वविद्यालय का कैंपस देहरादून के डोईवाला में भी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सिर से घांस का बोझ कम करने के लिए जल्द प्रदेश में मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना शुरू की जाएगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि इस योजना के लिए अधिकारियों के स्तर पर तेजी से काम चल रहा है। सस्ते खाद्यान्न योजना की तर्ज पर पशुओं का चारा उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना का मकसद है कि महिलाओं को जंगल घास काटने के लिए न जाना पड़े। अब तक रिकार्ड के आधार पर ही 562 लोग जंगल में पशुओं के आक्रमण की वजह से मारे गए हैं। इस योजना से निश्चित तौर पर राज्य की महिलाओं को लाभ होगा।

दो दिन पहले महिलाओं को भी पति की पैतृक संपत्ति में हक दिलाने के प्रदेश सरकार के निर्णय को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यह विचार मेरे दिमाग में 10 साल पहले आया था। जब वह कृषि मंत्री थे और चमोली के पांखी गांव में समूह की महिलाओं से संवाद कर रहे थे। जिसे आज वह अंजाम तक पहुंचा पाए हैं। उन्होंने कहा कि समूह की महिलाओं में से 61 वर्षीय विश्वेश्वरी देवी ने उनसे कहा कि महिला होने के चलते हम लोन नहीं ले सकते हैं। हमारा बैंक में लोन लेने का अधिकार नहीं है। महिलाओं की यह पीड़ा उनके दिमाग में तभी से थी। इसके लिए अधिकारियों को योजना बनाने के निर्देश दिए। आज हम इस मुकाम पर पहुंचे हैं कि राज्य की 37 लाख महिलओं को उनके पैतृक संपत्ति में हक दिलाने में कामयाब हो जाएंगे। उत्तराखंड सरकार का यह निर्णय महिलाओं के सशक्तीकरण में मील का पत्थर साबित होगा। कुछ ही समय बाद इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल जाएंगे।

विश्वेश्वरी देवी के इस आइडिया को लेकर सीएम ने कहा कि अच्छा विचार व सुझाव केवल प्रोफेसर ही नहीं दे सकते हैं, बल्कि आम आदमी भी दे सकता है। 10 साल पहले एक आम महिला की ओर से दिया गया सुझाव, जिसे आज हम निर्णय की स्थित में पहुंचा चुके हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में यह 20 वर्षों का सबसे बड़ा सुधारात्मक कदम होगा। इसके लिए मैंने एक सभा में सैकड़ों लोगों से राय भी ली थी। तब इस सुझाव को न केवल महिलाओं ने बल्कि पुरुषों ने भी स्वीकार किया था। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि महिलाओं को पैतृक संपत्ति में सहखातेदार बनाना बहुत ही सकारात्मक कदम है। आने वाले समय में इसके बेहतर परिणाम सामने आएंगे और पूरे देश के लिए भी यह क्रांतिकारी निर्णय होगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि 16 जुलाई को प्रदेश में व्यापक स्तर पर हरेला पर्व मनाया जाएगा। इसमें मात्र 1 घंटे में पूरे प्रदेश में वृक्षारोपण किया जाएगा और यह अपने आप में एक रिकॉर्ड होगा। सीएम ने चौखुटिया में हवाई पट्टी बनाने को लेकर कहा कि राज्य सरकार इस योजना पर तेजी से काम का रही है। इस जगह से हवाई सेवा शुरू होने से जहां स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा, पर्यटन बढ़ेगा, वहीं सामरिक दृष्टि से भी इसका फायदा होगा। इसके लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है।

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