देहरादून। उत्तराखंड में मानसून की बारिश जारी है। पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। जगह-जगह जलभराव और भूस्खलन की समस्याएं सामने आ रही है। प्रदेश के पर्वतीय जिलों में बुधवार को तेज बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून समेत बागेश्वर, नैनीताल और चंपावत जिले के कुछ इलाकों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। जबकि अन्य जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। मैदानी इलाकों में तेज धूप खिलने से तापमान में बढ़ोतरी होने से गर्मी और उमस परेशान कर सकती है।
वहीं उत्तरकाशी में एक बार फिर वरुणावत पर्वत पर भूस्खलन लोगों के लिए नासूर बनता जा रहा है। लगातार भूस्खलन से लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने वरुणावत पर्वत से लगे गुफियारा-जल संस्थान कॉलोनी के ऊपर पहाड़ी पर हो रहे भूस्खलन के विस्तृत सर्वेक्षण एवं उपचार के उपाय के लिए टीएचडीसी को विशेषज्ञों की टीम भेजने का आग्रह किया है।
बता दें कि राज्य में 123 सड़क मार्ग बारिश और भूस्खलन के चलते बंद हैं। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य मार्ग से लेकर ग्रामीण मोटर मार्ग शामिल हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक, सबसे अधिक प्रभावित देहरादून जिला है, यहां पर 21 ग्रामीण मोटर मार्ग और दो राज्यमार्ग बंद हैं। पिथौरागढ़ में 19, पौड़ी गढ़वाल 18, रुद्रप्रयाग 11, टिहरी 15, उत्तरकाशी 11 मार्ग बंद हैं। बागेश्वर में सात, अल्मोड़ा में चार, चमोली और नैनीताल तीन-तीन, ऊधमसिंह नगर में दो और चंपावत जिले में एक मार्ग बंद है।