असम के जोरहाट में निमाती घाट के पास ब्रह्मपुत्र नदी में बुधवार को एक नौका से आमने-सामने की टक्कर के बाद एक निजी नाव के पलट जाने से कई यात्री लापता हैं।
अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) विभाग के एक अधिकारी ने पीटीआई के हवाले से बताया कि घटना के समय नाव में 120 यात्री सवार थे।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और एसडीआरएफ के कर्मी खोज और बचाव अभियान चला रहे हैं।
Big Boat accident at nimati ghat.@PMOIndia @himantabiswa @sarbanandsonwal @DcMajuli pic.twitter.com/QOZEZNk8G9
— Pronb Jyoti Baruah (@PronabPb) September 8, 2021
जोरहाट के उपायुक्त अशोक बर्मन ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि अब तक 41 लोगों को बचा लिया गया है और अभी तक कोई शव नहीं मिला है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उन्होंने माजुली और जोरहाट प्रशासन को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से तेजी से बचाव अभियान चलाने का निर्देश दिया है।
I am pained at the tragic boat accident near Nimati Ghat, Jorhat.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 8, 2021
Directed Majuli & Jorhat admin to undertake rescue mission expeditiously with help of @NDRFHQ & SDRF. Advising Min @BimalBorahbjp to immediately rush to the accident site. I'll also visit Nimati Ghat tomorrow.
सरमा ने मंत्री बिमल बोरा को तुरंत दुर्घटनास्थल पर पहुंचने और स्थिति का जायजा लेने का भी निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री गुरुवार को निमति घाट का दौरा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताया और कहा कि यात्रियों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
Saddened by the boat accident in Assam. All possible efforts are being made to rescue the passengers. I pray for everyone’s safety and well-being.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2021
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान बचाव कार्य में जुटे हैं. (फोटो: ट्विटर/@PronabPb)
असम के जोरहाट में निमाती घाट के पास ब्रह्मपुत्र नदी में बुधवार को एक नौका से आमने-सामने की टक्कर के बाद एक निजी नाव के पलट जाने से कई यात्री लापता हैं।
अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) विभाग के एक अधिकारी ने पीटीआई के हवाले से बताया कि घटना के समय नाव में 120 यात्री सवार थे।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और एसडीआरएफ के कर्मी खोज और बचाव अभियान चला रहे हैं।
जोरहाट के उपायुक्त अशोक बर्मन ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि अब तक 41 लोगों को बचा लिया गया है और अभी तक कोई शव नहीं मिला है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उन्होंने माजुली और जोरहाट प्रशासन को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से तेजी से बचाव अभियान चलाने का निर्देश दिया है।
सरमा ने मंत्री बिमल बोरा को तुरंत दुर्घटनास्थल पर पहुंचने और स्थिति का जायजा लेने का भी निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री गुरुवार को निमति घाट का दौरा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताया और कहा कि यात्रियों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी नाव हादसे पर दुख जताया और बचाव अभियान में केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। शाह ने असम के सीएम से भी बात की, जिन्होंने उन्हें पीड़ितों के बचाव के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी।
माजुली में नौका दुर्घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए केंद्रीय जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने अपने मंत्रालय को बचाव कार्यों के लिए सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से भी बात की और त्रासदी के बारे में जानकारी ली।
टक्कर तब हुई जब निजी नाव ‘मा कमला’ निमती घाट से माजुली की ओर जा रही थी और सरकारी स्वामित्व वाली नौका ‘त्रिपकाई’ माजुली से आ रही थी। नाव में कई चार पहिया और दोपहिया वाहन भी थे जो नदी में गिर गए थे।