मध्यप्रदेश के उज्जैन से ऐसी खबर सामने आई है जिसे सुनकर हर कोई स्तब्ध है। तराना तहसील के काठबड़ौदा के उपसरपंच राजपाल सिंह दरबार की पत्नी को बच्चे नहीं हो रहे थे। तब दरबार ने नागपुर से लड़की को खरीदा। 16 महीने उसे घर में रखा। उससे दुष्कर्म कर बच्चा पैदा किया। बच्चा मिलते ही लड़की को घर से निकाल दिया। देवास गेट पुलिस को लावारिस हालत में मिली युवती ने अपनी आपबीती सुनाई है। मामले में केस दर्ज कर लिया है।
इस मामले का खुलासा 6 नवंबर को हुआ। पुलिस को 19 वर्षीय युवती लावारिस अवस्था में मिली थी। उसे वन-स्टॉप सेंटर पर ले गए और पूछताछ की। उसने जो बताया वह सुनकर पुलिस अधिकारी भी स्तब्ध रह गए। राजपाल सिंह दरबार के साथ-साथ उसकी पत्नी, वीरेंद्र सिंह, कृष्णपाल सिंह और एक अन्य महिला चंदा को भी आरोपी बनाया है।
पत्नी दुनिया को दिखाने पेट पर बांधती थी तकिया
राजपाल ने नागपुर से लड़की को खरीदकर अपने घर पर रखा था। गांववालों को शक न हो, इसलिए उसकी पत्नी पेट पर तकिया बांधती थी। जब युवती की डिलीवरी होने वाली थी तो उसे देवास के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। वहां पत्नी का नाम लिखवाया गया था। बच्चा ऑपरेशन से पैदा हुआ है। दशहरे पर बच्चे को जन्म देते ही कुछ लोगों ने उसे कार से उज्जैन छोड़ा। धमकी देकर चले गए कि अब दिखाई मत देना। यह बात किसी को बताई तो जान से मार देंगे।
नागपुर की चंदा नामक महिला ने बेचा था युवती को
युवती ने बताया कि वह नागपुर की रहने वाली है। उसके माता-पिता नहीं है, केवल एक छोटा भाई है। नागपुर की चंदा नामक महिला ने उसे शादी का भरोसा दिया और यहां लेकर आई थी। यहां उसका सौदा कर चली गई। पहले युवती को उज्जैनिया गांव में रखा था। उसके बाद उसे कायथा पहुंचा गया।
आरोपी की पत्नी ने करवा ली थी नसबंदी
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी को पहले संतान हो चुकी थी। उसके बाद पत्नी ने नसबंदी करवा ली। कुछ समय बाद संतान की किसी कारण से मौत हो गई। इसी वजह से राजपाल अपना बच्चा चाहता था। इसके लिए ही उसने लड़की को खरीदा था।
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