नई दिल्ली, एएनआइ। एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में सीबीआइ ने किलो श्रेणी की एक पनडुब्बी के आधुनिकीकरण से जुड़ी गुप्त जानकारी लीक करने के सिलसिले में नौसेना के कमांडर (थलसेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के समकक्ष), दो सेवानिवृत्त अधिकारियों और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है।शीर्ष सरकारी सूत्रों ने बताया कि पिछले महीने हुए इस घटनाक्रम के बाद नौसेना ने भी इस लीक और भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकने के रास्ते तलाशने के लिए वाइस एडमिरल और रियर एडमिरल के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है।
दो सेवानिवृत्त अधिकारियों समेत चार अन्य भी गिरफ्तार, नौसेना अपने स्तर पर भी कर रही जांच
संबंधित एजेंसियों से सूचना मिलने के बाद सीबीआइ ने मुंबई में पदस्थ उक्त कमांडर को गिरफ्तार किया था। उसने सेवानिवृत्त अधिकारियों को उक्त अनाधिकृत जानकारी लीक की थी। सीबीआइ ऐसे कई अन्य वर्तमान अधिकारियों से भी पूछताछ कर रही है जो गिरफ्तार किए गए अधिकारियों के साथ संपर्क में थे। केंद्रीय एजेंसी द्वारा की जा रही जांच में नौसेना सहायता कर रही है और जांच अधिकारियों द्वारा की जा रही पूछताछ के लिए अपने अधिकारी उपलब्ध करा रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों समेत शीर्ष सरकारी स्तर पर भी जांच के बारे में जानकारी दी गई है।
किलो श्रेणी की पनडुब्बी के आधुनिकीकरण से जुड़ी जानकारी लीक करने का मामला
सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसियां तीनों सेनाओं के बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त अधिकारियों की गतिविधियों की निगरानी करती रही हैं, इसी वजह से इस मामले में ये गिरफ्तारियां हुई हैं। उन्हें कुछ और जानकारियां भी मिली हैं, लिहाजा अभी कुछ और गिरफ्तारियां संभव हैं। केंद्रीय एजेंसी उन हार्डवेयर की भी जांच कर रही है जिन तक गिरफ्तार किए गए अधिकारियों की उनके सेवाकाल में पहुंच थी। साथ ही उनके विदेशी एजेंसियों को लीक किए जाने की संभावना की भी जांच की जा रही है।
19 स्थानों पर छापेमारी
प्रेट्र के मुताबिक, सीबीआइ ने इस ममले में दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद समेत विभिन्न शहरों में 19 स्थानों पर छापेमारी की है। इनमें महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए हैं जिनकी जांच की जा रही है। जांच एजेंसी अधिकारियों द्वारा इस्तेमाल किए गए डिजिटल उपकरणों का फोरेंसिक एनालिसिस भी करवा रही है ताकि पता चल सके कि लीक हुई जानकारी गलत हाथों में तो नहीं गई है।
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