ऋषिकेश। एम्स ऋषिकेश में फर्जी डॉक्टर बनकर घूम रहे युवक को स्टाफ ने पकड़ा है। प्रशासनिक अधिकारी की लिखित शिकायत के बाद आरोपी युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
एम्स के पीआरओ हरीश थपलियाल के मुताबिक आज सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में डॉक्टर की वर्दी पहनकर घूम रहा एक युवक सेवा वीरों को दिखाई दिया। युवक से पूछताछ करने पर उसने खुद को न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट का डॉक्टर बताया। पूछताछ में युवक की बातें संदिग्ध प्रतीत हुईं। जिसके बाद एम्स के प्रशासनिक अधिकारी मौके पर आए।
जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारी संदीप कुमार ने एम्स चौकी पुलिस को लिखित शिकायत दी। युवक की पहचान सचिन कुमार निवासी कृष्णानगर कॉलोनी ऋषिकेश के रूप में हुई है। प्रशासनिक अधिकारी ने युवक के खिलाफ गहन जांच पड़ताल और कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहा है। प्रशासनिक अधिकारी संदीप ने बताया कि युवक ने अधिकारियों को पूछताछ में कहा की उसने कोविड के दौरान डीआरडीओ के द्वारा तैयार किए गए अस्पताल में बतौर हॉस्पिटल अटेंडेंट के रूप में काम किया था। इसके बाद अस्थाई हॉस्पिटल बंद हो गया था। जिसके बाद वो भी यहां से चला गया।
पीआरओ हरीश थपलियाल ने बताया कि युवक के मोबाइल नंबर से 50 से अधिक रजिस्ट्रेशन एम्स में कराए गए हैं। जिसका डाटा बरामद कर लिया गया है। इसके अलावा उसके पास 10 हजार से अधिक की नकदी बरामद हुई है। जबकि उसके मोबाइल से लाखों रुपए की कई लेने देन हुई है। इसके अलावा कई प्रकार के फर्जी दस्तावेज भी उसके मोबाइल में देखे गए हैं।