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80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन का यह आखिरी महीना!

आगे से खुद कर लें इंतजाम

  • 30 नवंबर के बाद गरीबों को मुफ्त राशन मिलना मुश्किल, बंद होगी पीएम गरीब कल्याण योजना
  • गरीब कल्याण योजना के तहत हर माह 5 किलो गेहूं या चावल के साथ दिया जाता है एक किलो चना

मुंबई। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेवाई) के तहत 80 करोड़ गरीबों को नवंबर के बाद मुफ्त राशन मिलना बंद होने जा रहा है। खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इस स्कीम के तहत नवंबर के बाद गरीबों को राशन दिए जाने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है।
गौरतलब है कि बीते साल कोरोना के समय से केंद्र सरकार की ओर से इस स्कीम के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त राशन मुहैया कराया जा रहा है। इसी साल जून में प्रधानमंत्री ने इस स्कीम को नवंबर तक बढ़ाने का ऐलान किया था। खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि अर्थव्यवस्था अब सुधार की ओर बढ़ रही है। ऐसे में पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के विस्तार का कोई प्लान नहीं है।
गौरतलब है कि पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को 2020 मार्च में शुरू किया गया था। शुरू में यह योजना अप्रैल से जून 2020 तक के लिए थी। फिर इसे बढ़ाया गया और नवंबर 2021 तक के लिए इसे लागू किया गया। पांडे ने कहा कि चूंकि अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है और हमारी ओपन मार्केट सेल स्कीम भी इस साल अच्छी रही है। इसलिए इस गरीब कल्याण योजना को बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है। गरीब कल्याण योजना के तहत 80 करोड़ लोगों को 5 किलो गेहूं या चावल के साथ एक किलो चना हर महीने दिया जाता है। यह अनाज राशन की दुकानों के माध्यम से लोगों को मिलता है।
खाने के तेल की महंगाई के सवाल पर उन्होंने कहा कि तेल की कीमतों में काफी गिरावट देखने को मिल रही है। कई जगहों पर 20, 18, 10, 7 रुपए की तक की गिरावट देखने को मिल रही है। क्रूड पाम ऑयल पर कृषि सेस 20% से घटाकर 7.5% कर दिया गया है। जबकि क्रूड सोयाबीन और सनफ्लावर ऑयल पर इसे 5% कर दिया गया है। RBD पामोलीन ऑयल, रिफाइंड सोयाबीन और रिफाइंड सनफ्लावर तेल पर बेसिक ड्यूटी 17.5% कर दी गई है। यह अभी तक 32.5% थी।
इससे पहले मंगलवार को अडाणी विल्मर और रुचि सोया ने खाने के तेल की कीमतों में 4-7 रुपए की कमी की थी। हालांकि कीमत थोक भाव पर घटाई गई थीं। दरअसल सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (SEA) ने यह फैसला किया था कि उसके सदस्य खाने के तेल की कीमतों को सस्ता करेंगे। इसी के तहत यह फैसला किया गया था। उसके अन्य सदस्य जैसे जेमिनी एडिबल ऑयल और फैट्स इंडिया, मोदी न्यूट्रल्स, गोकुल रिफॉयल, विजय सॉल्वेक्स, गोकुल एग्रो और एसके प्रोटींस भी अपने खाने के तेल की कीमतों में कमी कर दिए हैं।

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