Thursday , April 11 2024
Breaking News
Home / चर्चा में / …तो कसरत में छिपा है कोरोना का इलाज!

…तो कसरत में छिपा है कोरोना का इलाज!

आदत को बदल डालो

  • अमेरिका के कैलिफोर्निया में 48 हजार कोरोना मरीजों पर हुई एक स्टडी का निष्कर्ष
  • निष्क्रिय या आलसी लोगों को अपना आसानी से शिकार बना रहा कोरोना

वाशिंगटन। कोरोना के बढ़ते आकंड़ों को देखकर अगर आपको भी डर सताने लगा है तो आप कसरत करना शुरू कर दीजिए। ऐसा हम नहीं कह रहे, बल्कि अमेरिका के कैलिफोर्निया में 48 हजार कोरोना मरीजों पर हुई एक स्टडी कह रही है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जो फिजिकली एक्टिव हैं, यानी नियमित कसरत करते हैं उन्हें कोरोना इतना नुकसान नहीं पहुंचाता, जितना निष्क्रिय या आलसी लोगों को। जो लोग नियमित एक्सरसाइज करते हैं, उन्हें कोरोना के गंभीर लक्षण होने और जान जाने का खतरा सबसे कम है। कैलिफोर्निया में कोरोना मरीजों के बीच यह स्टडी की गई। इसमें लोगों को तीन हिस्सों में बांटा गया- 1. ऐसे लोग जो सप्ताह में 10 मिनट से कम शारीरिक गतिविधि में सक्रिय रहते हैं, 2. ऐसे लोग जो हफ्ते में 10 मिनट से 149 मिनट तक सक्रिय रहते हैं और 3. ऐसे लोग जो 150 मिनट से ज्यादा कसरत करते हैं।
जनवरी से अक्टूबर तक 48 हजार से ज्यादा कोविड-19 मरीजों की निगरानी की गई। इसमें जो नतीजे सामने आए, वह बताते हैं कि जो लोग हर हफ्ते 2.5 घंटे सक्रिय रहते हैं, उनके मुकाबले कम सक्रिय लोगों के हॉस्पिटलाइज होने की संभावना दोगुना से अधिक है। कम सक्रियता वाले लोगों की मौतें भी सक्रिय लोगों की तुलना में 2.5 गुना अधिक रही।
यह स्टडी बताती है कि जिन लोगों को दिल के रोग, डाइबिटीज, किडनी के रोग और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या थी, उसके मुकाबले कम सक्रियता उनके लिए ज्यादा घातक साबित हुई। जिन लोगों का पहले ऑर्गन ट्रांसप्लांट हुआ है या इन्फेक्शन के समय प्रेग्नेंट थे, उन्हें अस्पताल में भर्ती करने का कारण एहतियात था। स्टडी में अमेरिका के 48 हजार 440 लोग शामिल हुए। इनमें से 14.4% पिछले 2 सालों से किसी शारीरिक गतिविधि में शामिल नहीं हुए थे। 79.1% ने हल्की-फुल्की एक्सरसाइज की और 6.4% हर सप्ताह कम से कम 150 मिनट एक्सरसाइज करते थे।
कसरत से बढ़ती है प्रतिरोधक क्षमता : कई रिसर्च से पता चला है कि कसरत करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। शरीर की यही प्रतिरोधक क्षमता कोरोना से लड़ने में मददगार रही।
फेफड़ों में आती है मजबूती : एक्सरसाइज करने वालों के शरीर में ऑक्सीजन की खपत अधिक होती है। इस कमी को पूरा करने के लिए शरीर जल्दी-जल्दी सांस लेता है और फेफड़ों की कसरत होती है। वह मजबूत होता है। कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें फेफड़ों में संक्रमण से हो रही है। ऐसे में फेफड़ों का ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी है।
घर पर भी करें एक्सरसाइज : कोरोना की वजह से एक्सरसाइज के लिए घर से बाहर निकला फिलहाल सुरक्षित विकल्प नहीं है। ऐसे में आप अपने घर में ही एक्सरसाइज कर सकते हैं। घर के हॉल, बालकनी, छत या आंगन का इस्तेमाल कर सकते हैं। हल्की-फुल्की एक्सरसाइज जैसे चलना, टहलना, रस्सी कूदना कर सकते हैं। ये एक्सरसाइज अपने परिवार के सदस्यों के साथ भी कर सकते हैं। ये आपके शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद रहेगा।
क्या कहता है विश्व स्वास्थ्य संगठन : डब्ल्यूएचओ के मुताबिक एक स्वस्थ व्यक्ति को हफ्ते में 150-300 मिनट हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करना चाहिए। एक्सपर्ट्स का कहना है कि टहलने, दौड़ने जैसी हल्की कसरत के साथ-साथ रेजिस्टेंस एक्सरसाइज जैसे पुशअप, स्क्वाट्स और प्लैंक भी करते रहना चाहिए। इन कठोर कसरतों से मांसपेशियां मजबूत होती हैं। कैलोरी बर्न होती है। वजन घटता है। हालांकि हर व्यक्ति के शरीर की बनावट, उम्र और स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों की वजह से इनका तरीका अलग-अलग होता है। आप किसी भी एक्सरसाइज को करने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

About team HNI

Check Also

चुनावी मौसम में जनता को राहत, कमर्शियल गैस सिलेंडर हुआ सस्ता…

नई दिल्ली। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में कटौती …

Leave a Reply