मसूरी। आईटीबीपी (भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी) में 6 माह के कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद 12 महिला चिकित्सा अधिकारियों सहित कुल 55 सहायक सेनानी चिकित्सा अधिकारी बल की मुख्यधारा में शामिल हुए। पास आउट अधिकारियों में राजस्थान से 16, केरल से 7, पंजाब से 5, हरियाणा और आंध्र प्रदेश से 4-4, यूपी, तमिलनाडु, तेलंगाना से 3-3, कर्नाटक से 2, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल, बिहार, ओडिशा, असम, त्रिपुरा और मणिपुर से 1-, अधिकारी हैं। कमांडेंट शोभन सिंह राणा ने पास आउट होने वाले अधिकारियों को शपथ दिलाई। एसी/एमओ चंद्रशेखर दास को बेस्ट इन इंडोर ओरल राउंड बेस्ट ट्रेनी तथा एसी/एमओ पुनीत भगत बेस्ट आउट डोर ट्रेनी के रूप में सम्मानित किया गया।
पासिंग आउट परेड में बतौर मुख्य अतिथि आईटीबीपी के अपर महानिदेशक मनोज सिंह रावत ने अपने संबोधन में पास आउट होने वाले सभी नव चिकित्सा अधिकारियों को बल की मुख्यधारा में शामिल होने पर बधाई दी, साथ ही बल में उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मुख्य अतिथि ने नव चिकित्सा अधिकारियों से अपील कि भातिसी पुलिस बल में चिकित्सा अधिकारियों का दायित्व बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे बल के जवानों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बनाए रखने हेतु आपको अपनी सेवाएं देनी है। हाई एल्टीट्यू में जवानों को होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जागरुक करते हुये उनको स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित भी करना है। साथ ही जरुरत के समय उनके समुचित इलाज का प्रबंधन भी करना है।
इस मौके पर बल के जनसंपर्क अधिकारी धर्मेंद्र भंडारी, मसूरी नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता, सेनि आइजी बीएसएफ मनोरंजन त्रिपाठी, बीजेपी के सतीश ढौंडियाल, उत्तराखंड होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संदीप साहनी आदि उपस्थित थे।