- एसीबी ने जेडीए की जमीन के बदले 9.5 लाख रुपए मांगने पर की कार्रवाई, 5 गिरफ्तार
जयपुर। देशभर में भ्रष्टाचार का यह आलम है कि जयपुर विकास प्राधिकरण( जेडीए) के जोन-4 में पट्टे देने के बदले 9.5 लाख रुपए रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है। मामले में डिप्टी कमिश्नर (डीसी) ममता यादव सहित 5 को गिरफ्तार किया गया। कार्रवाई के दौरान जब मीडियाकर्मी डीसी की फोटो खींच रहे थे तो बोली- ‘मंदिर में कोई प्रसाद चढ़ाने आता है तो उसे मना नहीं कर सकते हैं।’ डीसी अपनी कुर्सी पर बैठी-बैठी हंस रही थी।
गौरतलब है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सोमवार को 1.10 लाख रुपए लेते जेईएन और एएओ को पकड़ा था। इसके बाद डिप्टी कमिश्नर (डीसी) ममता यादव सहित 3 अन्य को भी गिरफ्तार किया गया था । ये पांचों घूसखोर फाइल देखकर तय कर लेते थे कि कितना पैसा लेना है। दरअसल 10 दिन पहले सिद्वार्थ नगर निवासी परिवादी ने शिकायत दर्ज करवाई कि उसके और दोस्त के 4 के प्लॉट के पट्टे देने के लिए ममता यादव 6.5 लाख रुपए व जेईएन श्याम मालू 3 लाख रुपए मांग रहे थे।
एसीबी ट्रेप के बाद सभी आरोपियों के घर पर भी रेड की। डीसी ममता यादव के घर से 1 लाख 45 हजार नकद, जमीनों के कागजात और लॉकर मिला है। जेईएन श्याम मालू के घर से 50 हजार नकद, जमीनों के दस्तावेज मिले हैं। सहायक लेखाधिकारी राम तूफान के घर से 3 लाख 45 हजार रुपए नकद मिले हैं। सहायक प्रशासनिक अधिकारी विजय मीणा के घर 1 लाख नकद और जमीनों के कागजात मिले हैं। संविदा में रखे हुए कम्प्यूटर ऑपरेटर अखिलेश के घर से एसीबी को 2 लाख 50 हजार रुपए नकद मिले हैं।
एडिशनल एसपी बजरंग सिंह के नेतृत्व में टीम 10 दिन से रैकी कर रही थी। सोमवार को पैसे लेकर पट्टे देने की बात तय हुई थी। दोपहर डेढ़ बजे परिवादी पैसे लेकर जेडीए पहुंचा तो जेईएन श्याम मालू परिसर में बनी पार्किंग एरिया में ले गया। यहां 1 लाख रुपए लेकर संविदा कर्मी ऑपरेटर अखिलेश मौर्य को देकर ऑफिस में भेज दिया। तभी एसीबी ने जेईएन को पकड़ लिया था। अखिलेश ने रकम अलमारी में रख दिए थे। इस दौरान डीसी ममता बार-बार मालू को फोन कर रही थी। कुछ देर बाद एसीबी ने फोन स्विच ऑफ करवा दिया था।
शाम साढ़े 4 बजे उसी पार्किंग एरिया में एएओ विजय मीणा को 10 हजार रुपए लेते पकड़ा। विजय 15 हजार रुपए पहले भी ले चुका था। देर शाम परिवादी पैसे लेकर डीसी ऑफिस पहुंचा। यहां डीसी ने जेईएन मालू को फोन किया। चपरासी ने विजय को बुलवाया। दोनों पहले से एसीबी कब्जे में थे। ऐसे में डीसी को शक हुआ और उसने रकम रविवार तक लेने की बात कही। इसी बीच एसीबी टीम वहां पहुंची और डीसी, ऑपरेटर व पहले 22 हजार रुपए ले चुके अकाउंटेंट राम तूफान मुंडोतिया को पकड़ लिया।
एसीबी आने वाले दो दिन में परिवादी का जेडीए पट्टा भी बनाने का काम करेगी। एडीजी एसीबी दिनेश एमएन ने बताया कि एसीबी के यहां प्राथमिकता है कि जो लोग शिकायत लेकर आते हैं, उनका अटका हुआ काम एसीबी ही पूरा कराती है। ऐसे में परिवादी को जल्द से जल्द जेडीए पट्टा दिलाया जाएगा।