- डकैती के केस में आठ माह बाद शक की बिनाह पर पुलिस ने उसे घर से किया था गिरफ्तार, तीन माह से जेल में था बंद
अंबाला। हिमाचल प्रदेश में नालागढ़ के सैनी माजरा निवासी अजय को राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल मिला था। करीब 11 माह पूर्व एक डकैती के मामले में क्राइम ब्रांच ने घटना के आठ माह बाद शक की बिनाह पर उसे घर से गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ही अजय जेल में बंद था। केस की सुनवाई न होने से अजय को जेल से बाहर आने का कोई रास्ता नजर नहीं आया तो उसने वहां सैनिटाइजर पी लिया। हालत ज्यादा बिगड़ने पर नागरिक अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गई।
गौरतलब है कि अजय को राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल किया था। खेल कोटे से भर्ती होकर उसने सेना में तीन साल सूबेदार के पद पर भी अपनी सेवाएं दीं, लेकिन उसका मन नहीं लगा और उसने नौकरी छोड़ दी। इसके बाद अजय अपने दोस्त वीके राणा के साथ मिलकर सैनी माजरा में खोले गए बजरंग अखाडे़ में युवाओं को पहलवानी के दाव-पेंच सिखाने शुरू कर दिए। इस समय भी अखाड़े में करीब दो दर्जन युवा ट्रेनिंग ले रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार करीब 11 माह पूर्व पंचकूला में हुई डकैती में क्राइम ब्रांच ने घटना के आठ माह बाद शक की बिनाह पर उसे घर से गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ही अजय परेशान था और वह पिछले तीन माह से जेल में बंद था। केस की सुनवाई न होने से अजय को जेल से बाहर आने का कोई रास्ता नजर नहीं आया तो उसने वहां सैनिटाइजर पी लिया। हालत ज्यादा बिगड़ने पर नागरिक अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गई। मंगलवार मजिस्ट्रेट के समक्ष हुई वीडियोग्राफी में डॉक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम कराया। उसके परिवार में पत्नी, एक बेटा और बेटी हैं।