बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में दी जानकारी
- अब सीबीएसई की मूल्यांकन प्रक्रिया के आधार पर ही रिजल्ट तय करेगा सीआईएससीई बोर्ड
- इससे पहले सीआईएससीई बोर्ड ने स्टूडेंटों को दिया था परीक्षा छोड़ने का विकल्प
- महाराष्ट्र राज्य सरकार ने राज्य में परीक्षा आयोजित कराने से किया था इंकार
नई दिल्ली। सीबीएसई बोर्ड के बाद अब काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) ने भी जुलाई में होने वाली 10वीं- 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया है। यह परीक्षाएं 1 जुलाई से आयोजित होनी थी, जिसे अब सीआईएससीई बोर्ड ने भी रद्द कर दी है।
बोर्ड ने आज गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में बताया कि वह सीबीएसई की प्रक्रिया के मुताबिक ही मूल्यांकन करेगा। हालांकि बोर्ड परीक्षा बाद में आयोजित की जाएगी या नहीं, इस बारे में फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है। इस बारे में मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति एसएस शिंदे की बेंच ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई की।
इससे पहले बोर्ड ने विद्यार्थियों को परीक्षा छोड़ने का विकल्प भी दिया था। जिसके बाद परीक्षा छोड़ने का विकल्प चुनने वाले स्टूडेंट का रिजल्ट इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर तय किया जाएगा। इस बारे में मुंबई हाईकोर्ट ने बोर्ड को ऐसे स्टूडेंटों के लिए मार्किंग स्कीम शेयर करने के भी निर्देश दिए थे। हालांकि अभी तक बोर्ड की तरफ से ऐसी कोई मार्किंग स्कीम साझा नहीं की गई है।
इससे पहले मुंबई हाईकोर्ट में महाराष्ट्र सरकार ने साफ कर दिया था कि वह बोर्ड को राज्य में परीक्षा आयोजित करने की अनुमति नहीं दे सकता। दरअसल, राज्य में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले को देखते हुए राज्य सरकार ने यह फैसला लिया। मार्च में आयोजिक होने वाली यह परीक्षाएं कोरोना और लॉकडाउन के कारण स्थगित कर दी गई थी।