रुद्रपुर-विकास भवन रुद्रपुर में महिला बाल विकास विभाग की तरफ से महिला जागरूकता शिविर को सम्बोधित करते हुए राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष शायरा बनो ने कहा कि महिलाओं की आवाज हमेशा से दबा दी जाती है। उन्हें न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। बेटियां समाज में सुरक्षित नहीं है। जरूरत है अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहकर मुखर हो खुद पर हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने की।
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष शायरा बानो ने कहा कि हिन्दू समाज मे भी कुप्रथाएं कम नहीं हैं। उत्पीड़ के खिलाफ आवाज उठाएं। मुस्लिम बहनों को भी हलाला और तीन तलाक के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। यह लड़ाई हमने लड़ी और जीती भी। लोक लाज और सामाजिक प्रतिष्ठा के भय से अपने खिलाफ होने वाली हिंसा को चुपचाप बर्दाश्त करती हैं। ऐसे करना मतलब हिंसा को मौन समर्थन देना है। शिविर को महिला हेल्प लाइन की एसआई प्रेरित बलोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं को घरेलू हिंसा के प्रति सजग रहना चाहिए। किसी प्रकार की शारीरिक-मानसिक हिंसा को सहन नहीं करना चाहिए। इसके लिए जिले में मुख्यालय स्तर पर वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्प लाइन काम कर रहे हैं। जहां पर पीड़ित महिलाओं की शिकायत का त्वरित निस्तारण किया जाता है। काशीपुर में स्वयंसेवी संस्था चला रहीं नमिता गुप्ता ने कहा कि महिलाओं को अपने बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में जरूर बताएं।