सिरमौर। हिमाचल में बादल आफत बनकर बरस रहे हैं। बारिश के चलते जिले में दिल दहलाने वाला मंजर सामने आया है। यहां नेशनल हाईवे-707 पर पूरा पहाड़ दरक गया और भारी भूस्खलन होने से हाईवे ध्वस्त हो गया है।
कालीढांक व बड़वास के पास पहाड़ी दरकने से सड़क का नामोनिशान नहीं रहा। नेशनल हाईवे का एक हिस्सा पूरी तरह से खाई में समा गया है। गनीमत रही कि घटना में कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि स्थानीय वाहन चालकों को पहले ही स्थिति का आभास हो गया था। जिससे दर्जनों गाड़ियों को समय रहते यहां से हटा लिया गया था।
उधर भारी बारिश और भूस्खलन के चलते लाहौल घाटी में 221 लोग फंसे हुए हैं। जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम मिलकर लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. लाहौल के उदयपुर उपमंडल में फंसे लोगों में बाहरी राज्यों से 30 से अधिक पर्यटक हैं। इनमें कुछ महिलाएं व छोटे बच्चे भी शामिल हैं। सब्जियों का कारोबार करने वाले स्थानीय व्यापारी भी अपने वाहनों के साथ ग्रामीण इलाकों में फंसे हुए हैं।
हिमाचल के अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश की वजह से प्राकृतिक आपदा से तबाही मची है। किन्नौर, लाहौल स्पीति, चंबा, शिमला जिलों में बाढ़ और भूस्खलन का कहर जारी है। ऐसे ही मंडी में कार पार्किंग की शेड ढह जाने से नीचे खड़ी कारें दब गईं। वहीं कई जगहों पर पत्थर गिरने से सड़कें ब्लॉक हो गयी हैं। लाहौल-स्पीति में बादल फटने और भारी बारिश के बाद जगह-जगह भूस्खलन होने से 144 पर्यटक फंस गए हैं। भूस्खलन की वजह से मंडी में सड़क पर पत्थर गिरने से चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर आवाजाही रोक दी गई है।