Saturday , April 13 2024
Breaking News
Home / उत्तराखण्ड / उत्तराखंड : अब भाजपा को फिर क्यों याद आए त्रिवेंद्र!

उत्तराखंड : अब भाजपा को फिर क्यों याद आए त्रिवेंद्र!

देहरादून। हालांकि उत्तराखंड में चुनाव संपन्न होने के साथ ही सभी पार्टियों के दिलों की धड़कन बढ़ गई है। नतीजे आने से पहले ही सभी राजनीतिक दल गठजोड़ में लग गए हैं। हालांकि सीएम पुष्कर सिंह धामी इस बार भाजपा से मुख्यमंत्री चेहरा हैं, लेकिन भाजपा में अंदरूनी खींचतान और गुटबाजी के चलते धामी के सामने कई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। इस बीच बीते रविवार की रात धामी अपने पार्टी के सबसे अनुभवी नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात करने पहुंचे। इससे सियासी गलियारों में हलचल मच गई है कि अपना कार्यकाल पूरा करने से एक साल पहले जिन हालात में सीएम त्रिवेंद्र से कुर्सी छीनी गई थी और चुनाव के दौरान जिस तरह से उनकी अनदेखी की गई तो अब भाजपा उनके दर पर कैसे पहुंच गई। जरूर कोई बड़ी बात है क्योंकि कई विधायकों द्वारा भितरघात की बात उठाने के बाद सीएम धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को आलाकमान ने दिल्ली तलब किया था। इसके बाद फिर भाजपा को अपने बड़े और अनुभवी नेता त्रिवेंद्र की याद आई है।

हालांकि त्रिवेंद्र रावत उत्तराखंड की राजनीति का एक बड़ा नाम हैं। मगर हैरत की बात यह है कि भाजपा ने इस बार पूरे चुनावों के दौरान उन को दरकिनार करके रखा। काफी हद तक त्रिवेंद्र को साइड लाइन रखा गया। मगर  चुनाव के नतीजों के आने से पहले भाजपा को अपने बड़े और अनुभवी नेता की याद आई है तो कुछ न कुछ तो है जो सामान्य नहीं है।कल शाम को धामी ने त्रिवेंद्र से मुलाकात की और धामी देर तक उनके आवास पर रहे। सूत्रों के अनुसार इस दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत और पुष्कर सिंह धामी ने कई विषयों पर गंभीर चर्चा की। 10 मार्च को चुनाव के परिणाम आने हैं। चुनाव परिणाम आने के बाद सरकार का गठन होना है। बताया जा रहा है कि इन्हीं सब मुद्दों को लेकर सीएम धामी अभी से पार्टी नेताओं को साधने में जुट गए हैं और इसी कड़ी में उन्होंने बीते रविवार को पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात का मकसद रहा।गौरतलब है कि साफगोई और बेदाग छवि के त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड की राजनीति और भाजपा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यहां यह बताना भी जरूरी है कि इस बार उत्तराखंड में भाजपा के खिलाफ ही माहौल बन रहा है। मतदान के बाद से ही भाजपा में आपसी कलह देखने को मिल रही है। चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशियों के आए दिन अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयान सामने आ रहे हैं। माना जा रहा है कि सीएम धामी इन्हीं सब मुद्दों पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह के आवास पर चर्चा करने पहुंचे। जिससे सियासी गलियारों में माहौल गरमा गया है और चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। 

About team HNI

Check Also

चुनावी मौसम में जनता को राहत, कमर्शियल गैस सिलेंडर हुआ सस्ता…

नई दिल्ली। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में कटौती …

Leave a Reply