Friday , April 26 2024
Breaking News
Home / उत्तराखण्ड / इगास पर्व पर छुट्टी घोषित कर गढ़वालियों का दिल जीत गये धामी!

इगास पर्व पर छुट्टी घोषित कर गढ़वालियों का दिल जीत गये धामी!

देहरादून। उत्तराखंड की लोक संस्कृति व लोक पर्व से जुड़े इगास/ बूढ़ी दिवाली के पर्व पर राजकीय अवकाश घोषित करके मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जन भावनाओं को सम्मान तो दिया ही, गढ़वाल मंडल के लोगों का दिल भी जीत लिया है। साथ ही लोक पर्व के नाम पर सियासत करने वालों को भी करारा जवाब दे दिया है।
उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने लोकपर्व इगास को विशेष महत्व देते हुए राजकीय अवकाश घोषित किया है। धामी सरकार के इस निर्णय के बाद भविष्य में हर साल इगास पर छुट्टी का आदेश जारी नहीं करना पड़ेगा। साथ ही उनका यह निर्णय लोक संस्कृति परंपराओं के संरक्षण और संवर्धन के क्षेत्र में ऐतिहासिक माना जायेगा। मुख्यमंत्री ने अपने विशेषाधिकार का प्रयोग करते हुए रविवार को पड़ रहे इगास पर्व की छुट्टी सोमवार को स्वीकृत की है, ताकि लोग अपने पैतृक गांव जाकर उल्लास के साथ बूढ़ी दिवाली मना सकें।
गौरतलब है कि राज्य गठन के बाद से ही उत्तराखंड में लगातार मांग उठ रही थी कि इगास को सरकार खूब प्रचारित और प्रसारित करें ताकि इस लोक पर्व का संरक्षण और संवर्धन हो सके, लेकिन हर सरकार ने इस मामले में जनभावनाओं को दरकिनार किए रखा। धामी सरकार ने इगास पर्व पर राजकीय अवकाश की घोषणा की हैं और इसे व्यापक स्तर पर उल्लास के साथ मनाने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री के इस निर्णय की केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने सराहना की है। सोशल मीडिया में आम लोग मुख्यमंत्री धामी की दिल खोलकर तारीफ कर रहे हैं।
इगास पर्व मनाने के पीछे एक दिलचस्प ऐतिहासिक घटना बताई जाती है। जिसके अनुसार करीब 400 साल पहले बीर भड़ माधो सिंह भंडारी के नेतृत्व में टिहरी, उत्तरकाशी, जौनसार और श्रीनगर समेत अन्य क्षेत्रों के योद्धाओं की सेना ने तिब्बत पर हमला बोलते हुए  तिब्बत सीमा पर मुनारें गाड़ दी थीं। जंग के दौरान बर्फ से पूरे रास्ते बंद हो गए। कहा जाता है कि उस पूरे गढ़वाल में दिवाली नहीं मनाई गई, लेकिन दिवाली के 11 दिन बाद जब माधो सिंह युद्ध जीतकर वापस गढ़वाल पहुंचे तब पूरे इलाक़े के लोगों ने भव्य तरीक़े से दिवाली मनाई। तबसे ही गढ़वाल में इसे दीपावली के बाद कार्तिक माह की एकादशी यानी इगास बग्वाल/ बूढ़ी दिवाली के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है।

About team HNI

Check Also

चुनावी मौसम में जनता को राहत, कमर्शियल गैस सिलेंडर हुआ सस्ता…

नई दिल्ली। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में कटौती …

Leave a Reply