देहरादून। आज 9 सितंबर को हिमालय दिवस के मौके पर हिमालय के संरक्षण, पर्यावरण और पर्यटन के महत्व को दर्शाने के लिए प्रदेशभर में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिनमें पर्यावरण से जुड़े विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी को हिमालय दिवस की शुभकामनाएं दी।
उन्होंने कहा कि हिमालय दिवस और हिमालय का महत्व उत्तराखंड में बेहद खास है। पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरण के संबंध में जब भी चर्चा होती है तो हिमालय का नाम सबसे पहले लिया जाता है। हमारे पूर्वजों ने दीर्घकाल से हिमालय के पर्यावरण संरक्षण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके साथ ही हिमालय का जिक्र हमारे शास्त्रों में भी है.
त्रिवेंद्र ने कहा कि महाकवि कालिदास ने मेघदूत में नगाधिराज के बारे में लिखा है कि सभी पहाड़ों का राजा है हिमालय। हिमालय की भूमिका हमारे देश की सामरिक पृष्ठभूमि के क्षेत्र में भी बेहद महत्वपूर्ण है। उत्तराखंड सहित पूरे देश की उत्तरी सीमा का मजबूत रक्षक बनकर हिमालय आदिकाल से खड़ा है। इसलिए हमारा कर्तव्य बनता है कि हम भी हिमालय की रक्षा में खड़े रहें और पर्यावरण संरक्षण हो या फिर हिमालय को बचाने की बात हो, हमें लगातार इस दिशा में काम करना चाहिए