देहरादून। उत्तराखंड सरकार के आश्वासन के बाद भी देवस्थानम बोर्ड व एक्ट वापस नहीं होने पर अब एक बार फिर तीर्थ पुरोहित मुखर हो गए हैं। चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के विरोध में तीर्थ पुरोहितों ने सोमवार को गंगोत्री बंद रखने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही तीर्थ पुरोहित भी गंगोत्री मंदिर की नियमित पूजा के अलावा अन्य तीर्थ यात्रियों के आग्रह पर होने वाली पूजा-पाठ नहीं कराएंगे। हालांकि इस दौरान यात्री मंदिर में दर्शन कर रहे हैं। लेकिन बाजार बंद होने के कारण यात्रियों को गंगा जल लेकर जाने के लिए बर्तन तक नहीं मिल पा रहे रहे हैं। साथ ही कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है।
गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने कहा कि देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को रद्द करने के बजाय सरकार अब तीर्थ पुरोहितों को भ्रमित कर रही है। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहितों की जब 11 सितंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात हुई थी तो उस बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आश्वासन दिया था कि 30 अक्टूबर तक देवस्थानम बोर्ड को भंग करने का निर्णय लिया जाएगा, लेकिन, तय तिथि पर सरकार की ओर से देवस्थानम को भंग करने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
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