जोशीमठ। भारी जन विरोध के कारण जोशीमठ में होटल ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं हो पाई। इसके बावजूद ध्वस्तीकरण का खौफ अभी भी होटल मालिकों पर मंडरा रहा है। दरअसल जोशीमठ में होटल मलारी इन तथा माउंट व्यू होटल निचली आबादी के मकानों के लिए खतरा बने हैं। इसी के चलते तमाम लोग अपने मकानों की सुरक्षा के लिए होटलों को तोड़ने पर जोर दे रहे हैं। जिलाधिकारी ने आपदा अधिनियम के तहत जन सुरक्षा को देखते हुए दोनों होटलों को ध्वस्त करने का आदेश पारित किया। इसके तहत सुबह ही एसडीएम की मौजूदगी में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची और होटल के बाहर लगे विद्युत लाइन को हटाया गया। जैसे ही फोर्स ने होटल परिसर खाली करने को कहा तो वहां हंगामा खड़ा होगा। हालांकि मंगलवार को प्रशासन ने मलारी इन होटल को ही तोड़ने का रोडमैप तैयार किया था। इसके चलते सबसे पुराने होटल में सुमार होटल मलारी इन को तोड़ने के लिए बुलडोजर भी मौके पर पहुंचा। इस दौरान मौके पर एसडीआरएफ की टीम के साथ ही पुलिस भी तैनात रही और लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए लाउडस्पीकर से एनाउंसमेंट किया किया। होटल मालिक ठाकुर सिंह राणा ने कहा कि अगर जनहित में उनके होटल को गिराया जा रहा है तो मैं प्रशासन और सरकार के साथ है। भले ही मेरे होटल में आशिक दूसरे क्यो न पड़ी हो। इसके बाद मुझे नोटिस तक नहीं दिया गया। होटल का मूल्यांकन किया जाना चाहिए। लगातार होटल के मुल्यांकन के लिए आग्रह भी करता रहा। इस बीच बड़ा जमा लोग काफी “भड़क गए। इस दौरान पुलिस से भी नोक झोक सेता रही। भारी विरोध के चलते ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा होटल स्वामी ठाकर सिंह राणा का कहना था कि बिना किसी सेटलमेंट के होटल को किसी भी दशा में खाली नहीं कराया जाएगा। वह जान दे देंगे पर होटल को ध्वन्न नहीं होने देंगे।ण की सगवगाहट होते ही नगर के कई लोग एकत्रित हो। गए और जमकर विरोध किया। गामा होते देख पुलिस फोन को बैरंग लौटना पड़ा।फोटो फाइल – 1द्र जोशीमर के होटलों पर लटकी है
Home / उत्तराखण्ड / जान दे दूंगा पर होटल ध्वस्त होने नहीं दूंगा : ठाकुर सिंह भारी के चलते ध्वस्त नहीं हो पाया होटल
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