Thursday , April 25 2024
Breaking News
Home / उत्तरकाशी / मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे सहित कई राजमार्ग बंद

मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे सहित कई राजमार्ग बंद

देहरादून। राजधानी सहित अधिकतर इलाकों में आज शुक्रवार को भी मौसम खराब बना हुआ है। देहरादून में सुबह से ही हल्की बारिश जारी रही। हालांकि बाद में मौसम साफ हो गया। वहीं अन्य इलाकों में बादल छाए हुए हैं।
चमोली जनपद में मौसम खराब बना हुआ है। गुरुवार देर रात से हो रही बारिश आज शुक्रवार की सुबह थमी है। लामबगड़ में बदरीनाथ हाईवे अवरुद्ध है। वहीं पुरसाड़ी के पास करीब चार घंटे हाईवे बंद हो गया था। यहां पहाड़ी से हाईवे पर मलबा और बोल्डर आने से वाहनों की आवाजाही रुक गई थी। जिसके बाद सुबह 8 बजकर 5 मिनट पर पुरसाड़ी में हाईवे सुचारु हो पाया। वहीं जिले में अभी भी 35 संपर्क मार्ग बंद हैं। शुक्रवार की सुबह चमधार में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग खुल गया। यहां मंगलवार शाम साढ़े 6 बजे से मलबा आने की वजह से मार्ग बाधित था।
उत्तरकाशी के बड़कोट में यमुनोत्री हाईवे पर मलबा-बोल्डर से मार्ग झर्जरगाड़ के पास अवरुद्ध हो गया है। यहां ग्रामीण जान जोखिम मे डालकर आवाजाही कर रहे हैं। यमुना घाटी में गुरुवार रात से लगातार बारिश हो रही है। यमुनोत्री हाईवे सहित कही लिंक रोड बंद पड़ी हुईं हैं। यहां यमुना नदी का जल स्तर बढ़ने के साथ ही सहायक नदियां उफान पर हैं।
चंपावत के भारतोली में मलबा नहीं हटने से टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग अभी भी बंद है। बता दें कि यहां मार्ग बीते शनिवार को मलबा आने से बंद हो गया था। भारतोली में लगातार मलबा गिर रहा है। वहीं बारिश के कारण मार्ग खोलने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चंपावत में हल्के बादल छाए हए हैं।
लगातार हो रही बारिश और बिंदाल नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी से गुरुवार रात सत्तोवाली में पुस्ता ढह गया। इससे आसपास के कई घरों में पानी घुस गया। मेयर सुनील उनियाल गामा और कैंट विधायक हरबंस कपूर ने तुरंत कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचकर प्रभावितों के बचाव और राहत का काम शुरू कर दिया। खतरे की आशंका को देखते हुए कई परिवारों को पास की धर्मशाला में शिफ्ट किया गया है। देर रात तक वहां लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का काम जारी रहा। 
देहरादून के सत्तोवाली क्षेत्र वार्ड 45 गांधी ग्राम में बिंदाल नदी के तेज बहाव से पुस्ता टूट गया और मकान की नींव तक पानी भर गया। इससे कई मकानों की नींव खोखली हो गई। मकानों के नीचे मिट्टी धंसने लगी और मकान तिरछे होने लगे। इस पर आनन-फानन में करीब दो दर्जन परिवारों को वहां से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया। पुस्ता टूटने और घरों को नुकसान होने की सूचना मिलते ही मेयर गामा और विधायक कपूर ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर बचाव कार्य शुरू किया। साथ ही अधिकारियों को सूचना देकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मेयर गामा ने बताया कि जिन घरों को खतरा बना हुआ है, उन सभी को खाली कराया जा रहा है। 
देर रात फिर तेज बारिश होने से बचाव और राहत कार्य पर भी असर पड़ा। उन्होंने बताया कि करीब 60 घरों को खतरा बना हुआ है। इंस्पेक्टर पटेलनगर प्रदीप राणा ने बताया कि कुछ परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर ही तैनात है। राजधानी के कई इलाकों में जलभराव के कारण लोगों को परेशान होना पड़ा। बिंदाल और रिस्पना से लगी बस्तियों में बड़ी संख्या में लोगों के घरों में पानी भर गया। वहीं दोनों नदियों में उफान के बाद तटवर्ती क्षेत्रों को खाली कराया गया।

About team HNI

Check Also

चुनावी मौसम में जनता को राहत, कमर्शियल गैस सिलेंडर हुआ सस्ता…

नई दिल्ली। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में कटौती …

Leave a Reply