- बिजली कनेक्शन के लिए पीड़ित को चार महीने से उपभोक्ता से कटा रहा था चक्कर
हरिद्वार। यहां बिजली कनेक्शन के नाम पर 20 हजार की रिश्वत लेते ऊर्जा निगम के एसडीओ को विजिलेंस की टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। एसडीओ कनेक्शन के लिए पीड़ित को चार माह से चक्कर कटा रहा था। आरोपी एसडीओ से विजिलेंस की टीम ने घंटों तक बंद कमरे में पूछताछ की। इस कार्रवाई से ऊर्जा निगम में हड़कंप मचा रहा।
पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान मुख्यालय धीरेंद्र गुंज्याल के मुताबिक जगजीतपुर के राजा गार्डन से भाजपा पार्षद लोकेश पाल के भाई महेश पाल ने खोखरा तिराहा के पास नया मकान बनाया है। मकान में बिजली का कनेक्शन लेने के लिए उन्होंने चार महीने पहले ऑनलाइन आवेदन किया था, लेकिन एसडीओ संदीप शर्मा कभी निरीक्षण तो कभी निचले कर्मचारियों की रिपोर्ट का बहाना बनाते हुए टालमटोल कर रहा था। बाद में एसडीओ ने कनेक्शन की एवज में 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी।
पीड़ित ने इसकी सूचना विजिलेंस के टोल फ्री नंबर 1064 पर दी। इस पर विजिलेंस ने एसडीओ को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया। तय योजना के अनुसार आज शनिवार दोपहर महेश पाल पैसे लेकर पहुंचा। जैसे ही एसडीओ ने रकम पकड़ी, विजिलेंस ने उसे रंगेहाथ दबोच लिया।
विजिलेंस टीम ने घंटों तक पूछताछ करने के साथ ही दफ्तर में फाइलें खंगाली। बाद में टीम उसे देहरादून लेकर रवाना हो गई। एसडीओ संदीप शर्मा के देहरादून में मालसी स्थित घर में भी छापेमारी की गई। आरोपी एसडीओ संदीप शर्मा ऊर्जा कामगारों के संगठन से जुड़ा है और कर्मचारियों का नेता भी है। निदेशक सतर्कता अमित कुमार सिन्हा ने विजिलेंस टीम को इनाम देने की घोषणा की है। घटना की सूचना मिलते ही इससे ऊर्जा निगम कर्मचारियों में अफरातफरी मच गई।