देहरादून : उत्तराखंड में सरकारी भर्ती में हुई धांधली के बाद से ही एक के बाद एक धांधली पकड़ी जा रही है। इसी कड़ी में एलईडी घोटाले के बाद अब स्टिंग मामले में भी तत्कालीन सीईओ मदन सिंह रावत,डीईओ हरे राम यादव और पटल सहायक दिनेश गैरोला पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
एक स्टिंग में नियुक्ति/अनुमोदन के लिये पैसा लेते हुये पकड़े गये शिक्षा विभाग पौड़ी के तत्कालीन सीईओ मदन सिंह रावत,डीईओ हरे राम यादव और पटल सहायक दिनेश गैरोला पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में आख़िरकार मुक़दमा दर्ज करने के शासन स्तर से आदेश जारी हो गये हैं।
इस सम्बन्ध में थाना पौड़ी में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी,बाद में फोरेंसिक जाँच में भी वीडियो की सत्यता की पुष्टि हो गयी थी। जिसके बाद एसएसपी पौड़ी द्वारा,मामला एडीजे लॉ एंड आर्डर को अग्रिम कार्यवाही हेतु प्रेषित कर दिया गया,जिस पर एडीजे लॉ एंड आर्डर ने सचिव गृह को उक्त मामला अग्रसारित कर दिया।
ज्ञात हो कि सितंबर 2018 में पौड़ी में तैनात मुख्य शिक्षा अधिकारी मदन सिंह रावत जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक हरेराम यादव तथा अशासकीय विद्यालयों के पटल सहायक दिनेश गैरोला का रिश्वत लेने वाला वीडियो वायरल हुआ था। अब शिक्षा सचिव रविनाथ रमन ने इनके विरुद्ध शीघ्र मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। उक्त तीनों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17 का के अनुसार प्राथमिकी दर्ज किए जाने के आदेश दिए गए हैं।