- हरिद्वार के गांव की बेटी वंदना कटारिया का टोक्यो ओलंपिक में खेलने जा रही हॉकी टीम में चयन
हरिद्वार। जिले के एक छोटे से गांव की बेटी वंदना कटारिया महिला हॉकी के जगत में उभरता हुआ नाम हैं। महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान और मिडफील्डर वंदना कटारिया ने एक बार फिर देवभूमि का नाम रोशन कर दिया है। वंदना का चयन टोक्यो ओलंपिक में हो गया है। वंदना का कहना है कि उनका लक्ष्य भारत के लिए मेडल जीतकर लाना है।
15 अप्रैल 1992 को जन्मी वंदना रोशनाबाद गांव की हैं। जब वह महज 14 साल की थी तब उन्होंने 2006 में जूनियर अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्पर्धा में भाग लिया था और उसके बाद 2010 में उनको सीनियर राष्ट्रीय टीम में चुना गया था। इसके बाद उन्होंने 2013 में जर्मनी में जूनियर वर्ल्ड कप में कांस्य पदक जीता था और वहां पर वंदना सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी बनी थीं। 2021 में उनको अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। वंदना कटारिया ने भारत के लिए अभी तक कुल 218 मुकाबले खेले हैैं। जिनमें उन्होंने 58 गोल दागने में कामयाबी हासिल की है। वंदना ने भारतीय टीम के लिए एशियन गेम्स वर्ष 2014 में रजत और 2018 में कांस्य पदक जीता। इसके अलावा वर्ष 2017 के एशिया कप में टीम चैंपियन बनी।
उन्हें वर्ष 2014 में साल की सर्वश्रेष्ठ हॉकी खिलाड़ी चुना गया। हॉकी लीग में वंदना 11 गोल के साथ शीर्ष स्कोरर थीं। वंदना का टोक्यो के ओलंपिक में सिलेक्शन होने के बाद से उनके परिवार समेत पूरे गांव में खुशी की लहर छा गई है। उनके भाई पंकज कटारिया का कहना है कि उनकी बहन ने पूरे उत्तराखंड का नाम देश भर में रोशन किया है। वंदना वर्तमान में आने वाले ओलंपिक के लिए तैयारी कर रही हैं। उन्होंने अपने परिजनों से फोन पर कहा कि उनका एकमात्र लक्ष्य ओलंपिक में मेडल लाना है।