कई रिपोर्टों के अनुसार, पंजशीर में चल रही लड़ाई के दौरान अफगानिस्तान के प्रतिरोध मोर्चे के एक प्रवक्ता की मौत हो गई, क्योंकि तालिबान ने कहा कि उनकी सेना ने अपनी प्रांतीय राजधानी में प्रवेश किया था। नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट (NRF) के प्रवक्ता फहीम दशती की मौत की खबरें भी प्रतिरोध बल के कई ट्विटर अकाउंट पर दिखाई दीं। ट्वीट में कोई अन्य विवरण दिए बिना कहा गया, “भारी मन से हम रिपोर्ट कर सकते हैं कि प्रतिरोध मोर्चे के प्रवक्ता फहीम दशती को आतंकवादी तालिबान ने मार दिया है।”
रविवार को दशती ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि तालिबान लड़ाकों को व्यावहारिक रूप से इस क्षेत्र से खदेड़ दिया गया है। जब तालिबान ने विपक्षी ताकतों पर दबाव डाला, तो उन्होंने नियमित रूप से क्षेत्र से अपडेट ट्वीट किए, यह बयान जारी किया कि प्रतिरोध बल तालिबान से लड़ना जारी रखेंगे। द खामा प्रेस ने बताया कि दशती जमीयत-ए-इस्लामी पार्टी के वरिष्ठ सदस्य और फेडरेशन ऑफ अफगान जर्नलिस्ट्स के सदस्य थे।
Terrible news from Panjsher. Fahim Dashti fought hard for free media. He cared. May his soul rest in peace https://t.co/KxlXqIsBiR
— Saad Mohseni (@saadmohseni) September 5, 2021
एचटी फहीम दशती की मौत की खबरों की पुष्टि नहीं कर सका। पंजशीर घाटी काबुल की राजधानी से लगभग 90 मील उत्तर में हिंदू कुश पहाड़ों में स्थित है। कुछ ही महीनों में सरकार समर्थक टुकड़ियों में घुसने के बाद तालिबान प्रतिरोध की इस बड़ी पकड़ को लेने में असमर्थ रहा है।
शुक्रवार की रात पूर्वोत्तर प्रांत पंजशीर में युद्ध तेज होने के बाद दशती की मौत की खबरें आईं। तालिबान के प्रवक्ता बिलाल करीमी ने ट्विटर पर कहा कि प्रांतीय राजधानी बाजारक से सटे रूखा का पुलिस मुख्यालय और जिला केंद्र गिर गया है। करीमी ने यह भी कहा कि बड़ी संख्या में कैदियों और कब्जे वाले वाहनों, हथियारों और गोला-बारूद के साथ विपक्षी बलों को कई हताहत हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बजरक में लड़ाई चल रही थी।